Book Title: Digambaratva Aur Digambar Muni
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Digambar Jain Sarvoday Tirth

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Page 185
________________ दिग्वास दिल्ली दिवलम्बा रानी दिवाकरनन्दि दीघनिकाय दुर्लभराज दुर्लभसेनाचार्य दुर्वनीत दुर्वांसा दूवकुन्ड देव देवकीर्ति तार्किक चक्रवर्ती देवगढ़ ६१ ९४, १५० १५० १० १३१ १४१ ६१, ६५, १२४ देवनन्दि देवमति देवराय राजा देवसूरि श्वेताम्बराचार्य देवसेन देवेन्द्रकीर्ति देवेन्द्र मुनि देवेन्द्रसागर देववर्मा कादम्ब देशीयगण देवगढ़ के मुनि धर्मनन्द आदि देवगिरि द्वैपायक श्रावक दोहद धनदेव धनजय कवि धनपाल कवि धनमित्र धन्यकुमार १३२ १४९ १०६, १९६ २९ १३२ ६६ १३७ ८९, ९६, १३३ १३३ १२८ ११६ १३८ ११२ ९३ २१९ ११४ १३० १६१ १२८ १४० ११६ १२५ ६६ ९० ९० ६६ દૂર धर्म्म (182) धर्मचन्द्र धर्म्मभूषण धर्म श्री धर्मसागर धर्मसेन घरसेनाचार्य धवल धारानगरी धात्रीवाहन राजा ध्रुवसेन धुर्जटि धौलपुर नग्न नग्नत्व नन्द नन्दवर्द्वन नन्दयाल कैफियत नन्दिपेण नन्दि संघ नहपान नक्षत्र नमिसागर नयकीर्ति नयनन्दि नयसेन नर्मदा नरसिंह गंगराज नरसिंह मुनि नरसिंह होयसाल नरेन्द्रकीर्ति १७, १९, २० २१, २६, ७, ८६, ८८ ९६,१३६, १५६ ११२ १३३ १६१ १५५ १०५, १४९ ६६ ९० १७ ७७ १३९, १४० १६० ४७, ५६, ५८ १३, १५, १७, १९ ६६, ७०, ७२, ७४, ७६, १२३ ६९ १२१ ११७ १६१ १३८ ११, १३० १५० ५८ ११० १५४ ११२ १३३ ७८ १७७

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