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धम्मकहा ee 116
कथा ७
आदावणजोग -
कथा८
सगभादर णिग्घाडिद सगित्थी माउल अक्खि बिद्ध भत्ता पडिवरिस अट्ठण्हियपव्व तिवारं रहजत्ता भाद
काउसग्ग आणा मज्झपह खंग गद्दभारोहण दुग्ग दुब्बल वंछियवर उस्सुगुत्त वेज्जावच्च तच्चरुइ पओजण खोह मण्णव जण्ण पूइगंध सवणणक्खत्त पडियार वामणबाम्हण देवविमाण किण्णरादिदेव - संगमाउल आमरुवख अहो तवोकम्म धम्मसवण अज्झयण परिपक्क
कायोत्सर्ग आज्ञा मध्यप्रदेश तलवार गर्दभारोहण दुर्ग दुर्बल वांछित वर उत्सुकता वैयावृत्ति तत्त्वरुचि प्रयोजन क्षोभ मण्डप यज्ञ दुगंध श्रवणनक्षत्र प्रतिकार वामन ब्राह्मण देव विमान किन्नरादि देव अपना मामा आम्र वृक्ष नीचे तपःकर्म धर्मश्रवण अध्ययन परिपक्व
आतापनयोग पति अपना भाई निकलना अपनी स्त्री मामा
आँख विधना भर्ता प्रतिवर्ष अष्टाकिह्निक पर्व तीन बार रथयात्रा भात पट्टरानी बौद्धसाधु यौवन चैत्रमास झूला फाल्गुनमास नंदीश्वरपर्व के दिन भक्त
पट्टराणी
कथा ८
बोद्धसाहु जोव्वण
चेत्तमास हिंडोल फागुणमास णंदीसरपव्वदिण भत्त सुणु मेस समायार माली संकप्प किण्हसप्प
कथा ९
पुत्र
भैंसा समाचार माली
संकल्प
कृष्ण सर्प