Book Title: Dhamma Kaha
Author(s): Pranamyasagar
Publisher: Akalankdev Jain Vidya Shodhalay Samiti

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Page 119
________________ धम्मका a 118 दुगूल अट्ठाणिह बंदीगिह राणी एयस्स कच्चर कुलाल णाई सूयर वग्घ सोहम्म भेग समवसरण जक्ख धत्ती सूवकार सव्वट्टसिद्धि अट्टझाण सराव चम्मपत्त वरत दसू दक्खिण करीसग्गि चमक्कार धम्मिग अइकम्म ETEIL LIET EII दुपट्टा अष्टाह्निका बंदीगृह रानी एक दिन कचड़ा कुम्हार नाई सूकर वाघ सौधर्म मेढक समवशरण यक्ष धाय रसोइया सर्वार्थसिद्धि आर्तध्यान सकोरा चमड़े का पात्र रस्सी दर्भसूची दक्षिण कंडे की अग्नि द्वितीयखण्ड चमत्कार धार्मिक अतिक्रम कथा १८ कथा १९ कथा १९ ::: कथा २१ " "" " "" कथा २२ "1 कथा २३ "" " "" " कथा २४ " " "" " 33 कथा १ ** कथा ३ वदिकम्म अइयार अणायार मुणिराय वरसाजोग जागरिय पुव्वण्ह अवरण्ह मज्झवेला सवणणक्खत्त पडिबोहिद अभिक्खणाणोवओगोणिगोदपज्जय कयाचि बालुअसमुद्द कियण्णगुण सुमरण अच्चंत दिक्खिदा सत्ती चाग खज्ज सज्ज लेह पेय पिच्छि कमंडलु घरत्थ - व्यतिक्रम अतिचार अनाचार मुनिराज वर्षायोग नागरिक पूर्वाह्न अपराह्न मध्याह्न वेला श्रवणनक्षत्र समझाया अभीक्ष्णज्ञानोपयोग निगोदपर्याय कदाचित् बालु का समुद्र कृतज्ञतागुण स्मरण अत्यन्त दीक्षित शक्ति त्याग खाद्य स्वाद्य लेय पेय पिच्छी कमण्डलु गृहस्थ कथा ३ "" "" " कथा ४ "" "" "" "" "" कथा ५ "" 77 27 "" " " कथा ६ "" "" "" "" "" 17 "7 "

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