Book Title: Chandraras Patra
Author(s): Mohanvijay, Kesharvijay
Publisher: Yakruli

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Page 9
________________ वंशवतीनिधर्ममादिल्लीघल सासपसंगत्यताहिसकरला वारयतिने धानबसीनिवासनाल सीमोडिननाजतिसुसाकउपासनाकार संतसंगतगुरदाय विदागवश्डिकास्वाल लवातमशोधावसंगतिलस्याल नीयायापासादललामि नरामाला सुनधारीवरंगसंतासाडनाता रखमकरारमतवेदवयोवधानता ka सरगुरुसममितहकाला गयानाला चौछीढालरसालादावाघील देवमाद नकदेवाविवारमतीतील महाश्वसतगटीलिसे सलवयासदकार काम कलाकाकिनुकहं जानवारोवार रकेसयतिकसमितवया रंगसुरंगालाले मेलेमाग वसस्य होनालगुलानरसुमनघतनामकाव्याधिय फलदवलाई बिटवस्त्रदेविदेगीवालि अपघटितपटकसमसुरूलिसमाय माझा राडासणी कीक्षामंगलदाय सयरिवारमानाति पासदितसाद श्रावनमिकाम वसरमवाकावसंत बंटिकसरलाटमा लालवालसुहासमिदिमध्यानगगन आरी त्योपसात वेदकारसयासहित समयकीकीमतदारमतीतदेवति ममिनिसन|| इधर उठान बोलता हरि मयाजानलागुणा एवस्यालोर एदेशी रामारावीरगधी रि खेलनायमलर नवस्तादामीनार तिहाशिवदानीगगत र सुगासबिमारि ary.org

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