Book Title: Chandraras Patra Author(s): Mohanvijay, Kesharvijay Publisher: Yakruli View full book textPage 6
________________ वेदरादराविरुयात हनेपटी शारदामाणी चंद्रावती तेही निरमी गुड खीरे सु०६ बालूक नाईटी योवनराई तामुनीश्यामनमोहि वरचितानि रमाईर्शर सुन्य एडवेंएक निमित्त्रीसाठी नामिकासह आलानगरीय तिडनी के रोक्त गुगेदरे मातपिताप्रतिप्रदर नैमित्रिकसनमान्य यिति रोमांचिनाई प्रीतमनामपहिचान्येरि सुनील की मानें कारण सीत |सावी तिही कुटिल डालिए ककने इंद्रजाले रमावीरे बंध दानि करीन पदरीमुकसय रोगी करीली नारी एनमदिरे सु. ११ मुमतेादाया कथा या संकटाबोमावीरे तरमीम गुणसागर ना कशात बावीर योनानी नारीकारी तेमास्पोमा मांगा होईतो कार बोलु यसमदीव समारे २३ च्यादरले उमेवाले सरमादरा नदीतर विलादिरै विवाह १४ वसुधायतिवीर सेनप्रसको तेहनेघस नमानी की श्री मुखागमनदरीदनीयतामा वननिमीनासा पनि नेदनले घी डाली करणाधीनादिया अलदियाली सेना सबै नदि | निधई साम्योपश्वीयाल मोहनविमिरसाली जीप काशीदासरे सु०० इदा सकPage Navigation
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