Book Title: Chandanbala
Author(s): Mishrilal Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 20
________________ सेठ बृषभदास यात्रा से लौटे। सेठानी बहुत गंभीर थी। दास-दासियां भय भीत। अजीब वातावरण था... ... 09/ क्या हो गया इस घर को १ कैसी खामोशी छायी है। बेटी चन्दनबाला कला है ? बेटी बेटी! मुझ से ही झूठ बोलते हो। पता नहीं कहां चली गई । ३५.९ ९ ९९.९ ९५५०/ क सेठ जी ने एक पुरानी दासी को बुला कर पूछा ६१९४१ 18 hu चन्दन बाला कहाँ है? सही सही बता । नहीं तो सब नौकरी को जेल भिजवा ढूंगा....... X

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