Book Title: Chaityavandan Stuti Stavanadi Sangraha Part 01 Author(s): Purvacharya Publisher: Master Umedchand Raichand View full book textPage 1
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॥ श्रीमान, पूर्वाचार्यकृत ॥ (॥श्री चैत्यवंदन स्तुति स्तवनादि॥संग्रह) चतुर्विध रांघने हमेश उपयोगमा लेवा निमित्ते तपगच्छना पुज्यपाद गुरुणीजी महाराजश्री श्री १००८ श्री गनश्रीजी तेमनी शिष्या ।। मानश्रीजी, चतुरश्रीजी, वीरश्रीजीना सदुपदेशथी |) ।। मारवाड देशना शिरोहि इलाकाना जाताल, पाडीव, भुतगाम विगेरे गामोना.सद्ग्रहस्थों अने सुश्राविकाओनी तरफथी मलेल द्रव्य सहायवहे छपावी प्रसिद्ध करनार-खंभातनिवासी मास्तर उमेदचंद रायचंद पांजरापोल--अमदावाद infliate timufthroom ANALESARIRELATEael आवृत्ति त्रीजी-प्रत १००० संवत १९८९-वीर संवत २४५९-सने १९१२ किंमत बार आना आ पुस्तकनी आवक ज्ञान खातामां वपराय छे. Rhes SHARE मुद्रक-मुळचंदभाइ त्रिकमलाल पटेल सूर्यप्रकाश प्रीन्टींग प्रेस पानकोर नाका-अमदावाद For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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