________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 0-1-0 - जाहेर खबर.. अमारी पासेथी नीचेनां गुजराती तथा शास्त्री पुस्तको मळशे. पंचतिक्रमण ( नव स्मरण तथा जीव विचारादि चार प्रकरणोना अर्थ साथे.) जेनी दस आवृत्तिओ खपी जवाथी हालमांज अगीआरमा आवृत्ति बहार पाडवामां आवी छे.. की.१-८-० देवसोराइ प्रतिक्रमण अर्थ साथे पाक पुंटु -8-0 जीवविचारादि चार प्रकरण ,, -6-0 सामायकः सूत्र अर्थ साथे पूजा संग्रह पांच भाग मेगा प्राचीन स्तवन मंद्रह गजराती 1-0-0 स्तोत्र संग्रह जैनवार्षिकर्मनुस्तक आवनि जी. 2-0-0 देवसीराइ शास्त्री मूल माटा अक्षर का. गुजराती मूल की. रत्नाकर पच्चीसी 0-2-0 नव्वाणु प्रकारनी पूजा अर्थ साशे दीवाली कल्प भाषांतर आगमना छुटा बोल नधस्मरण स्तोत्रो सहित पाकीट साइश 0-4-0 ते सिवाय सघळी जातना जैनधर्मना पुस्तको तथा भीमशी माणेक वीगेरेना पुस्तको पण अगारो पासेयो मळशे. मळवार्नु ठेकाणु मास्तर उमेदचंद रायचंद. पांजरापोळ अमदावाद. 0-4-0 KARA 3-8 0-6-0 For Private And Personal Use Only