Book Title: Bruhadgacchiya Lekh Samucchay
Author(s): Shivprasad
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir
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बृहद्गच्छीय लेख समुच्चय
(१३७) श्रेयांसनाथ - पंचतीर्थी
सं० १४७८ वर्षे फागुण वदि ८ रवौ उ०ज्ञा० श्रेष्ठि वीरड स०सा० गोणाल भा० सुहडादे पु० नोडा भा० नायकदेसहितेन पित्रो ( : ) श्रीश्रेयांसः का०प्र० श्रीबृहद्गच्छे श्रीदेवाचार्यसं(०) श्रीदेवचंद्रसूरिपट्टे भ० श्रीपूंन (पूर्ण) चंद्रसूरिभिः ॥
(१३८) संभवनाथ पंचतीर्थी
सं० १४७८ वर्षे फागुण वदि ८ रवि दिने उ० ज्ञातीय खडहय भा० कस्मीरदे पु० मेघाकेन रीसंभवनाथबिंबं का० प्रति० श्रीबृ० श्रीनरचंद्रसूरिभिः ।। (१३९) धर्मनाथ- पंचतीर्थी
सं० १४७९ वर्षे वैशाख सुदि ३ शुक्रे उ० ज्ञातीय श्रे० रा द्र पुत्र खीमा भा० रूपी श्रेयसे श्रीधर्मनाथबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीबृहद्गच्छे श्रीश्रीमुनीश्वरसूरिभिः ॥ (१४०) वासुपूज्य पंचतीर्थी
।। सं० १४७९ वर्षे पोस (पौष) वदि ५ शुक्रे श्री उ०स० वंसी (शी) य महं सांगा भार्या सीणलदेवि सुत महं सोडण भार्या बाइ साजणि आत्मश्रेयोर्थं श्रीवासुपूज्यबिंबं कारितं श्रीबृहद्गच्छीय श्रीपूर्णचंद्रसूरिभिः प्रतिष्ठितं श्री ॥ श्री ॥ श्री ॥ श्री ॥
(१४१) आदिनाथ- पंचतीर्थी
सं० १४८० वर्षे फागुण सुदि १० बुधे उपेशज्ञातीय व्यव सहजा भार्या सोनलदे पुत्र कूंताकेन भार्या कपूरदे सपरिकरेण निज पुण्यार्थं श्रीआदिनाथबिंबं कारितं प्र० श्रीवृद्धगच्छे भनवाला भ० श्रीरामदेवसूरिभिः ।।
(१४२) आदिनाथ- पंचतीर्थी
संवत् १४८२ ज्येष्ठ वदि ५ शनि० दुगड़ गोत्रे सा० धीड़ा पु० डाड़ा पुत्र साटा हारा रग सुकनाभ्या डाडा पितृव्य सा० रूल्हा पु० रेडा श्रेयसे श्रीआदिनाथ बिंबं कारितं प्र० बृहद्गच्छीय श्रीअमरप्रभसूरिभिः ।। शुभ भवतुः ॥
१३७. आदिनाथ जिनालय, पूना, प्रा०ले०सं०, लेखांक ११९.
१३८. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै० ले०सं०, लेखांक ६९१. १३९. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ६९३.
१४०. आदिनाथ जी का
मंदिर, पूना, प्रा०ले०सं०, लेखांक १२२.
१४१. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै०ले० सं०, लेखांक ७०१. १४२. विमलनाथ मंदिर, मुर्शिदाबाद, जै० ले०सं०, भाग १, लेखांक ३९.

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