Book Title: Bruhad Adhyatmik Path Sangraha
Author(s): Abhaykumar Devlali
Publisher: Kundkundswami Swadhyaya Mandir Trust Bhind

View full book text
Previous | Next

Page 10
________________ विषयानुक्रमणिका दर्शन-स्तुति (खण्ड-१) । क्र.विषय रचयिता पृष्ठांक ___ or » Twv १०-११ १. सुप्रभात स्तोत्र २. मंगल पंचक ३. मंगलाष्टक ४. महावीराष्टक पं. भागचन्द जी ५. महावीराष्टक पद्यानुवाद डॉ. वीरसागर जी ६. भक्तामर स्तोत्र (संस्कृत व अनुवाद) मुनि श्री मानतुंगाचार्य ७. विषापहार स्तोत्र (संस्कृत व अनुवाद) धनञ्जय कवि ८. कल्याण मंदिर स्तोत्र (संस्कृत व अनुवाद) आचार्य कुमुदचन्द ९. एकीभाव स्तोत्र (संस्कृत व अनुवाद) मुनि वादिराज १०. स्वयंभू स्तोत्र (संस्कृत व अनुवाद) आचार्य समन्तभद्र ११. परमानन्द स्तोत्र (संस्कृत व अनुवाद) आचार्य अंकलंक देव १२. स्वरूप सम्बोधन स्तोत्र (संस्कृत व अनुवाद) आचार्य अंकलंक देव १३. भावना द्वात्रिंशतिका (संस्कृत व अनुवाद) आचार्य अमितगति १४. स्वयंभू स्तोत्र भाषा पं.द्यानतराय जी १५. आलोचना पाठ कविवर जौहरीलाल जी १६. मेरी भावना पं. जुगलकिशोर जी मुख्तार १७. सामायिक पाठ भाषा कविवर महाचन्द्र जी १८. सामायिक पाठ ब्र. श्री रबीन्द्रजी १९. सामायिक भावना २०. आत्म-भावना ब्र. श्री रबीन्द्रजी २१. अपनी वैभव गाथा ब्र. श्री रबीन्द्रजी २२. श्री नेमिकुमारनिष्क्रमण ब्र. श्री रबीन्द्रजी २३. यशोधर गाथा ब्र. श्री रबीन्द्रजी २४. आचार्य श्री जिनसेन गाथा ब्र. श्री रबीन्द्रजी २५. श्री देश भूषण-फुलभूषण गाथा ब्र. श्री रबीन्द्रजी २८-२९ ४४-४५ ६२-६३ ७४-७५ १२८-१२९ १३४-१३५ १४२-१४३ १४८ १५० १५३ १५५ १६० १६२ १६३ १६५ १६७ १७१ १७४ १७६ २६. अकलंक - निकलंक गाथा २७. सेठ सुदर्शन गाथा २८. सती अनन्तमती गाथा २९. जिनमार्ग ब्र. श्री रबीन्द्रजी ब्र. श्री रबीन्द्रजी ब्र. श्री रबीन्द्रजी बं. श्री रबीन्द्रजी १८० १८२ १८६ १८८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 418