Book Title: Bhupendranath Jain Abhinandan Granth
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 264
________________ तपागच्छ का इतिहास २२५ तपागच्छ- कुतुबपुराशाखा के मुनिजनों की गुरु परम्परा की तालिका (जगच्चन्द्रसूरि) (देवेन्द्रसूरि) (धर्मघोषसूरि) (सोमप्रभसूरि) (सोमतिलकसूरि) (देवसुन्दरसूरि) (सोमसुन्दरसूरि) सोमदेवसूरि सुधानंदनसूरि रत्नहंसगणि रत्नमंडन सुमतिसुन्दसूरि सोमजयसूरि कमलकलशसूरि जिनसोम इन्द्रनंदिसूरि (कुतुबपुराशाखा के आदिपुरुष) धर्महंस संयमसागर कमलकलशशाखा प्रारम्भ सिद्धान्तसागर (वि०सं० १५७० में दर्शनरत्नाकर के कर्ता सौभाग्यनंदिसूरि . (वि०सं० १५७१-९७ प्रतिमालेख) हंससंयम इन्द्रहंस (भुवनभानुचरित्र, हंसविमल उपदेशकल्पवल्लीटीका, बलिनरेन्द्रकथा आदि के कर्ता) हंसविमल (वि० सं० १६२१ प्रतिमालेख) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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