Book Title: Bhikshu Agam Visjay kosha Part 1
Author(s): Vimalprajna, Siddhpragna
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 776
________________ कथा-संकेत ७३१ परिशिष्ट १ विषय कथा-संकेत संदर्भ कवाय क्रोध मान माया आवचू १ पृ ५१९-५२९. हा २६१-२६५. म ५००-५०३ लोभ कामना-जाल काममोग-विरति जामदग्न्य आदि सुभूम चक्रवर्ती १ पंडरा आर्या, २ शुकवृत्त ३ सर्वांगसुंदरी लुब्ध नन्द शिथिलाचारी साधु १ वणिक् पुत्र २, राजीमती और रथनेमि १ काकिणी, २ आम्रफल अचू ४१. जि ७८, ७९. हा ८९ अचू ४४, ४६. जि ८५-८८. हा ९४, ९५ काममोगों की तुच्छता कायोत्सर्ग सुभद्रा का शीलपरीक्षण कुशील-संसर्ग वर्जन उ ७।११, १२. चू १६१,१६२. शा २७६,२७७. सु ११८, ११९ आवनि १५५०. चू २ पृ २६६-२७१. हा २०६,२०७ आवनि ११११, १११२. चू २ पृ २१, २२. हा २० उचू ३२. शा ५०,५१. सु ५ अचू २१,२२. जि ४१-४३. हा ३७,३८ १ चंपकमाला, २ पांच ब्राह्मणपुत्र क्रोध का विफलीकरण कुलपुत्र नागदत्त क्षमा गुप्ति आव २ पृ.७८,७९. हा ५९ मनो गुप्ति वचन गुप्ति काय गुप्ति गौरव जुगुप्सा ज्ञान-क्रियावाद जिनदास श्रावक साधु और सेनापति साधु का दृष्टान्त मंगु आचार्य गणिकापुत्री और श्रेणिक अन्ध-पंगु आव २ पृ८०. हा ६० आवचू २ पृ २८०,२८१. हा २१७ आवनि १०१,१०२. चू १ पृ. ९६. हा ४७,४८. म १०९,११० अचू ५१-५३. जि ९८-१०१: हा १०४-१०६ ज्ञानाचार काल विनय बहुमान उपधान अनिलवन ज्ञानातिचार अधिकाक्षर हीनाक्षर १ शंखधमक, २ देवता और साधु एक स्तंभ पर प्रासादनिर्माण ब्राह्मण और भील अशकटेपिता नापित और परिव्राजक १ कुणाल, २ वानर १ विद्याधर, २ बाल और आतुर १ चाणक्य और सुबुद्धि, २ लकड़हारा विभा ८६१-८६५. म ३४८-३५१. अनुहा १०,११ अचू ४२,४३. जि८१-८४ हा ९१-९३ स्याग Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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