Book Title: Bhikshu Agam Visjay kosha Part 1
Author(s): Vimalprajna, Siddhpragna
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 779
________________ परिशिष्ट १ कथा-संकेत विषय प्रत्याख्यान ७३४ कथा-संकेत संदर्भ दामनक और सागर सेठ आवनि १६२०. चू २ पृ ३२४. हा २४८, २४९ १ धातुवादी २ अगडदत्त ३ म्लेच्छों उच ११५, ११६, १२३-१२५. का आक्रमण ४ वधू की विभूषा शा २१३-२१६, २२५, २२६. ५ वणिक महिला सु ८३-९३, ९७ प्रमाद-अप्रमाद औत्पत्तिकी बुद्धि १ भरतशिला २ शर्त ३ वृक्ष नन्दी ३८१३,४. म १४९ । आवनि ९४०,९४२. ४ मुद्रिका ५ वस्त्रखंड चू १ पृ ५४६-५५२. हा २७७-२८२. ६ गिरगिट ७ कौआ ८ उत्सर्ग म ५१९-५२३ ९ हाथी १० भांड ११ लाख की गोली १२ स्तम्भ १३ क्षुल्लक १४ मार्ग १५ स्त्री १६ पति १७ पुत्र १८ मधुमक्खियों का छाता १९ मुद्रिका २० अंक २१ रुपयों की नोली २२ भिक्ष २३ बालक का निधान २४ शिक्षा २५ अर्थशास्त्र २६ मेरी इच्छा २७ एक लाख २८ मेंढा २९ मुर्गा ३० तिल आवनि ९४१. च १ पृ ५४४-५४६. ३१ बालुका ३२ हाथी ३३ कूप हा २८०. म ५१६-५१८ । ३४ वनखंड ३५ खीर नन्दीम १४५-१४९ ३६ अजिका ३७ पत्र ३८ बकरी की मेंगनी अथवा गिलहरी ३९ पांच पिता १ निमित्त २ अर्थशास्त्र नन्दी ३८१६. म १६०-१६२ । ३ लेख ४ गणित ५ कूप आवनि ९४४,९४५. चू १ पृ ५५३-५५६. ६ अश्व (७ गर्दभ ८ लक्षण हा २८२-२८५. म ५२३-५२६ ९ गांठ १० औषध ११ रथिकगणिका १२ आर्द्रसाड़ी-दीर्घतृणउलटा घूमता हुआ क्रौञ्च पक्षी १३ नीव्रोदक (छत का पानी) १४ बैल, घोड़े और वृक्ष से गिरना १ स्वर्णकार २ कृषक ३ जुलाहा नन्दी ३८।९. म १६४, १६५ । आवनि ९४७. ४ दर्वी ५ मणिकार ६ घृत व्यापारी चू १पृ ५५६. हा २८५. म ५२६ ७ तैराक ८ रफू करने वाला ९ बढई १० रसोइया ११ कुम्भकार १२ चित्रकार वैनयिकी बुद्धि कर्मजा बुद्धि Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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