Book Title: Bhattarak Ratnakirti Evam Kumudchandra Vyaktitva Evam Kirtitva Parichay
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Mahavir Granth Academy Jaipur

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Page 255
________________ २३८ भट्टारक रसकीर्ति एवं कुमुदचन्द्र-व्यक्तित्व एवं कृतित्व जयो जिन पार्श्वनाथ भवतार--- ८३ जसोधर गीत-१८ जिन जन्ममहोत्सव-१०६ जयकुमाराख्यान-११०, १११ (छ) छहलेल्या वेलि छन्दोविधा-२३ छत्तीसी-३६ (झ) पद झोलते कहा कर यो यदुनाथ-५० (त) टंडारणारास-२० (ढ) ढोलामारू चौपई--३६ (त) तेरह काठिया-६ तीर्थङ्कर विनती-१६ तीर्थकर नौबीसना छप्पय-२५ तत्वार्थ सूत्र भाषा टीका-३४, धर्म सहेली-१२ धर्म रास गीत-२३ (न) नाम माला-५ नाटक समयसार-५, १३ नवदुर्गा विधान-१ नाम निर्गम विधान-६ नवरत्न कवित्त-६ नवसेना विधान-६ नाटक समयसार के कवित्त-६ नवरस पावसी-५ नेमिनाथ रास-१३, २४, २४ नेमिराल गीत-१४ नेमिश्रर गीत-१४, ५६, १५, १८, ११६. २३१ नेमिनाथ का बारह मासा-१४ ५१, ५८ नेमिराजुल संवाद-१६ नेमि जिनंद ब्याहलो-२४ नेमिश्वर का बारह मासा-२४ मिश्वर राजुल की लहरि-२४ नेमिनाथ समवसरन-३३, ३४ नषध काव्य-३६ नवकार छन्द-३७ (पद) नेम हम कैसे चले गिरनार- ५० (पद) नेम जी दयालुडारे तू तो यादव कुल सिराजार-५१ (पद) नेमि तुम भावो परिय घरे-५० नेमिनाथ फागु-५१ नेमिनाथ विनती-५१ नेमि राजुल प्रकरण-५३ नेमिश्वर हमची-५८, ६३, ३३. तेजसार रास-३६ (६) दश बोल-६ दश दानविधान-६ दश लक्षण रास-२० दो बावनी-२३ द्वादश भावना-३३, ३४ द्रौपदी रास-३४ देवराज बम्धराज चौपई-४. (द) देश लक्षण धर्मवक्त गीत-५८, ६५, २०६ दीवाली गोत-५६, ६८, २०१ दर्शनाष्टांग-१०६ दोहाशतक-१२० (घ) ध्यान बत्तीसी-६ धर्म स्वरूप-१०

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