Book Title: Bhattarak Ratnakirti Evam Kumudchandra Vyaktitva Evam Kirtitva Parichay
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Mahavir Granth Academy Jaipur

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Page 259
________________ २४२ भट्टारक रसकौति एवं कुमुदचन्द्र-व्यक्तित्व एवं कृतित्व सिंहासन बत्तीसी--३६ संघ गीत-९५, ६७ सोलह स्वप्न सज्झाय-३६ संकट हर पाश्र्वनाथ जिन गीत-- (स) सीता राम चौपाई-३६ समयसुन्दर कुसुमांजलि-३६ (स) साधर्मी गोत-१०२, १०३ सांबप्रद्युमन चौपाई-३६ सोलह स्वपन-१०६, १०७ स्थूलिभद्र रास-३६, ३७ सप्त व्यसन सर्वम्या-१०३ स्तम्भन पार्श्वनाथ स्तवन-३७ सुकमाल स्वामिनी रास-१०७ सुदर्शन श्रेष्ठिरास-४० सोसहकारण रास-११० (ह) होली की कथा-२३ (पद) सारंग ऊपर सारंग सोहे सार हनुमचरित-२५ गल्यासार जी-५० हंसा गीत-२५ (पद) सुण रे नेमि सामलीया साहेब हरिवंश पुराण भाषा (पद्य)-२२ क्यों बर छोरी जाय-५० हरियाली-३६ (पद) सारंग सजी सारंग पर आवे-५० हिन्दोलना गीत-५८, ३४, १९१ सखी री साबन घटाई सतात्रे-५० हरियाली-१०२ (श) शलाका पुरुषों की नामावली-६ सरद की रनि सुन्दर सोहात-५० शिव पच्चीसी-६ सुन्दरी सकल सिंगार करे गोरी शारदाष्टक-६ शान्तिनाथ जिन स्तुति-६ " सुनो मेरी सयनी धन्य या रयनी शान्तिनाथ चरित-१७ " सखी को मिलायो नेम नरिंदा-५१ शील सुन्दरी प्रबन्ध-१२ " सखी री नेम न जानी पीर-५१ शत्रुजय रास-३६ शालिभद्र चौपई-३६ सुणि सखी राजुल कहे हैडे रुष शत्रु जय-४० न माम लाल रे-५१ . " सुदर्शन नाम के में बारि-५१ । शील गीत-५६, ६५, ३६७ शान्तिनाथ नी विनती-८,११५ सशधर बदन सोहमणि रे, गज गामिनी गुणमाल रे-५१ शुभका हमची-१०, ६०,६१, सिद्ध घुल-५१ संकट हर पार्श्वनाथनी विकती शान्ति नाथनु भवान्तर गीत५६, २१४ शुभचन्द्र गीत-८६ सूखडी-७४, ७६ शीतलनाथ गीत-११५ संघवई हरिजी गीत (ष) षट दर्शनाष्टक-६ २२६

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