Book Title: Bhattarak Ratnakirti Evam Kumudchandra Vyaktitva Evam Kirtitva Parichay
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Mahavir Granth Academy Jaipur
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भट्टारक रसकौति एवं कुमुदचन्द्र-व्यक्तित्व एवं कृतित्व सिंहासन बत्तीसी--३६
संघ गीत-९५, ६७ सोलह स्वप्न सज्झाय-३६
संकट हर पाश्र्वनाथ जिन गीत-- (स) सीता राम चौपाई-३६ समयसुन्दर कुसुमांजलि-३६
(स) साधर्मी गोत-१०२, १०३ सांबप्रद्युमन चौपाई-३६
सोलह स्वपन-१०६, १०७ स्थूलिभद्र रास-३६, ३७
सप्त व्यसन सर्वम्या-१०३ स्तम्भन पार्श्वनाथ स्तवन-३७
सुकमाल स्वामिनी रास-१०७ सुदर्शन श्रेष्ठिरास-४०
सोसहकारण रास-११०
(ह) होली की कथा-२३ (पद) सारंग ऊपर सारंग सोहे सार
हनुमचरित-२५ गल्यासार जी-५०
हंसा गीत-२५ (पद) सुण रे नेमि सामलीया साहेब
हरिवंश पुराण भाषा (पद्य)-२२ क्यों बर छोरी जाय-५०
हरियाली-३६ (पद) सारंग सजी सारंग पर आवे-५०
हिन्दोलना गीत-५८, ३४, १९१ सखी री साबन घटाई सतात्रे-५०
हरियाली-१०२
(श) शलाका पुरुषों की नामावली-६ सरद की रनि सुन्दर सोहात-५०
शिव पच्चीसी-६ सुन्दरी सकल सिंगार करे गोरी
शारदाष्टक-६
शान्तिनाथ जिन स्तुति-६ " सुनो मेरी सयनी धन्य या रयनी
शान्तिनाथ चरित-१७ " सखी को मिलायो नेम नरिंदा-५१
शील सुन्दरी प्रबन्ध-१२ " सखी री नेम न जानी पीर-५१
शत्रुजय रास-३६
शालिभद्र चौपई-३६ सुणि सखी राजुल कहे हैडे रुष
शत्रु जय-४० न माम लाल रे-५१ . " सुदर्शन नाम के में बारि-५१ ।
शील गीत-५६, ६५, ३६७
शान्तिनाथ नी विनती-८,११५ सशधर बदन सोहमणि रे, गज गामिनी गुणमाल रे-५१
शुभका हमची-१०, ६०,६१, सिद्ध घुल-५१ संकट हर पार्श्वनाथनी विकती
शान्ति नाथनु भवान्तर गीत५६, २१४
शुभचन्द्र गीत-८६ सूखडी-७४, ७६
शीतलनाथ गीत-११५ संघवई हरिजी गीत
(ष) षट दर्शनाष्टक-६
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