Book Title: Bhattarak Ratnakirti Evam Kumudchandra Vyaktitva Evam Kirtitva Parichay
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Mahavir Granth Academy Jaipur

View full book text
Previous | Next

Page 257
________________ भट्टारक रसकीर्ति एवं कुमुदचान्द्र-व्यक्तित्व एवं कृतित्व बालाबोध टीका-२३ बाहुबलि बेलि-२४ बाहुबलिनी छन्द-३३, ३४ बारहखड़ी-३५ बीस तीर्थर स्तुति-४० बलिभदनी विनती-५१, १६, बारहमासा-५२, १२६ बरगुजारा गीत-५६, ६६, १९५ बलभद्र गीत-७८, ८५ बावनगजा गौत--५, ८६ बलिभद्र स्वामिना चन्द्रावली- बाहुबलीनी विनती-६० बीस विरहमान विनती--50 (भ) भवसिन्धु चतुर्दशी-६ भूपाल पौबीसी-२६ भरत बाहुबलि छन्द-३४, ५८, महापुराण कलिका-१७ मगकिलेखा चरित-२० मुगति रमणी चूनडी-२० मनकरहारास-२० मालीरास-२३ मुनिश्वरों की जयमाल-२३ मेघकुमार गीत-३५ मोती कपासिया संवाद-३६ मुनिपति चरित्र चौपई-३६ मुगावती शस-३६ मदन नारित चौपई-३७ मधवानल चौपाई-३७ मनप्रशंसा दोहा-३६ महात्म्य रास-४० महावीर गीत-५१ मल्लिदासनी बैल-१५, १६ मीणारे गीत-१७८ मरकलडा गोस-११६ मुनिसुव्रत गीत-१६० (म) यशोधर चरित-१७, ३७, ३१, भविष्यदत्त कथा- ३५ भाषा कविरस मंजरी-३५ भजन छत्तीसी-३८, ३६ भरतेश्वर गीत-५८, ६६, ९०, भट्टारक रत्नकीर्तिना पूजा भूपाल स्तोत्र भाषा-१०६ (म) मागणा विचार-६ मोक्ष पंडी-६ मोहविवेक युद्ध-५. ७ माझा-५, ७ मनराम विलास-१२ मंगल' गीत-१३ मोरडा-१४ मुक्ति प्रबोष-२७ पोग बाबनी-३७ यशोधर गीत-९६ याबुरासो-११६ घर) रविव्रत कथा-१८, १०६, १०७ राजुल सझाय-२३ रतनचूद्ध चौपई-३६ (पद) राजुल गेहे नेमी जाय-५० (पद) राम सतावे रे मोही रावन-५० (पद) राम कहे प्रवर जया मोही भारी

Loading...

Page Navigation
1 ... 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269