Book Title: Bharatiya Chintan ki Parampara me Navin Sambhavanae Part 2 Author(s): Radheshyamdhar Dvivedi Publisher: Sampurnanand Sanskrut Vishvavidyalaya Varanasi View full book textPage 2
________________ परिसंवाद [३] भारतीय चिन्तन की परम्परा में नवीन संभावनाएँ [ भाग २ ] सम्पादकमण्डल Jain Education International प्रो० जगन्नाथ उपाध्याय प्रो० महाप्रभुलाल गोस्वामी प्रो० देवस्वरूप मिश्र प्रो० श्रीराम पाण्डेय प्रो० व्रजवल्लभ द्विवेदी सम्पादक श्री राधेश्यामधर द्विवेदी प्राध्यापक- तुलनात्मकधर्मदर्शन अचालय पर्यवेक्षक डॉ० भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी 'वागीश शास्त्री ' निदेशक, अनुसंधान संस्थान प्रकाशनाधिकारी - संपादक डॉ० हरिश्चन्द्रमणि त्रिपाठी सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी १९८३ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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