Book Title: Bharat ke Digambar Jain Tirth Part 3
Author(s): Balbhadra Jain
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha

View full book text
Previous | Next

Page 371
________________ ३३८ भारतके दिगम्बर जैन तीर्थं जिनालय और उसके सामने मानस्तम्भ है। पहाड़ीपर छोटे-बड़े सब मिलाकर कुल ३७ मन्दिर हैं । यहाँ धर्मशाला में जल और प्रकाशकी समुचित व्यवस्था है । यहाँका पता है— मन्त्री, पिसनहारी मढ़िया ट्रस्ट, नागपुर रोड, जबलपुर (म. प्र. ) । कोनी जबलपुरसे दमोह जानेवाले राजमार्गपर ३२ कि. मी. पाटन नगर है तथा पाटनसे ४ कि. मी. बासन ग्राम होकर वहाँसे कोनी तक २ कि. मी. पक्की सड़क है । यह एक अतिशय क्षेत्र है । यहाँ कुल ९ मन्दिर हैं। इनमें गर्भ मन्दिर अतिशयोंका केन्द्र है । इस मन्दिरमें सहस्रकूट चैत्यालय है । यहाँके सहस्रकूट चैत्यालय और नन्दीश्वर जिनालय दर्शनीय हैं। क्षेत्रपर धर्मशाला है । बिजली और कुएँकी व्यवस्था है । यहाँका वार्षिक मेला जनवरीमें होता है । इसका पता इस प्रकार है- मन्त्री, श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र कोनी, पो. पाटन (जबलपुर ) म. प्र. । पनागर पाटनसे पुन: जबलपुर लौटकर वहाँसे पनागर जाना चाहिए। यह जबलपुरसे उत्तरकी ओर १६ कि. मी. है। पक्की सड़क है । जबलपुर-सागर रेलमार्गपर देवरीसे यह दो कि. मी. है। नगरमें १७ मन्दिर हैं। रेलवे लाइनके किनारे ११ मन्दिर हैं -८ एक अहातेके अन्दर और ३ एक अहाते बाहर । इनमें पंचायती मन्दिरमें भगवान् ऋषभदेवकी कायोत्सर्गासन में सवा आठ फीट ऊँची मूर्ति है जो बड़ी सातिशय है । इस मूर्तिके अतिशयोंके कारण ही यह अतिशय क्षेत्र कहलाता है । यहाँ दो धर्मशालाएँ हैं जिनमें नल, बिजलीकी व्यवस्था है । माँगनेपर बरतन और बिछावन भी मिल सकते हैं । यहाँका वार्षिक मेला अगहन शुक्ला पूर्णिमासीको होता है । यहाँका पता इस प्रकार है - मन्त्री, श्री दिगम्बर जैन प्रबन्धकारिणी सभा, पनागर ( जबलपुर ) म.प्र. । बहोरीबन्द पनागरसे सीहोरा नगर ११ कि. मी. दूर है तथा सीहोरा - सलेहा रोडपर बहोरीबन्द सीहोरासे २४ कि. मी. पक्की सड़क है। यह मन्दिर बाजारमें है । भगवान् शान्तिनाथकी पौने चौदह फीट ऊंची खड्गासन मूर्ति बहुत वर्षोंसे खुलेमें पड़ी हुई थी । लोग अविनय करते थे । अत: तया मन्दिर बनाकर इस मन्दिरमें मूर्तिको विराजमान किया जा रहा है। मूर्तिके चमत्कारोंकी अनेक कहानियाँ प्रचलित हैं । इसी मूर्ति के कारण यह अतिशय क्षेत्र कहलाता है। खुदाई में जमीन से १६ मूर्तियाँ निकली हैं । यहाँ धर्मशाला है । धर्मशाला में कुआँ और बिजली है । यहाँ दिसम्बर में तीन दिनके लिए मेला भरता है । यहाँका पोस्ट आफिस सीहोरा और जिला जबलपुर है । ग्यारसपुर हुसेन होते हुए सागर आवें । सागरसे विदिशा जानेवाली सड़कपर ग्यारसपुर नामक गाँव । यहाँ नगरके दक्षिणकी ओर पहाड़ीकी चोटीपर मालादेवी मन्दिर है तथा वहाँसे उतर कर पहाड़ीके पीछे मैदानमें वज्रमठ नामक मन्दिर है। ये दोनों जैन मन्दिर हैं तथा कलाके उच्चकोटिके केन्द्र हैं । नगरमें कोई जैन धर्मशाला नहीं है। नगरमें एक चैत्यालय है । इसका पता है - मन्त्री, दिगम्बर जैन समाज, पो.- ग्यारसपुर ( जिला विदिशा ) म. प्र. 1

Loading...

Page Navigation
1 ... 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440