Book Title: Bhagwad Gita Vivechanatmak Shabdakosh
Author(s): Prahlad C Divanji
Publisher: Munshiram Manoharlal Publishers Pvt Ltd
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Sub-section (B)-Kasmir Recension
अ . 1. अध्यात्म-(१) अध्यात्मज्ञान'। (२) अध्यात्मविद्या ।-(१) अध्यात्मज्ञाननिष्ठत्वम् ।
(२) अध्यात्मविद्याविनिवृत्तकामाः। 2. अन्त-पाणिपादान्त-सर्वतःपाणिपादान्तम् । 3. अन्तर-अन्तरात्मन-उपहतान्तरात्मा। 4. अशुभ--शुभाशुभफल-शुभाशुभफलत्यागी। 5. असत्-असदाह-असद्भाहाश्रिताः । 6. अस्-इष्वास-महेष्वासः ।
आ 7. आत्मन-अन्तरात्मन्-उपहतान्तरात्मा। 8. माशा-निराशाः-निराशीबन्धनाः । 9. आसक्त-आसक्तचेतस्-सर्वत्रासक्तचेतसाम् ।
10. इषु-इष्वास-महेष्वासः ।
11. ऋषि-महर्षि-महर्षिसङ्काः ।
12. एक-अनेक-अनेकचित्तः।
क
13. कर्मन्-(१) कर्मबन्ध। (२) चिन्त्यकर्मन् ।-(1) कर्मबन्धविनिर्मुक्ताः। (२)
अचिन्त्यकर्मा । 14. कल्मष-निधीतकल्मष-ज्ञाननिधीतकल्मषाः । 15. काम-विनिवृत्तकाम-अध्यात्मविद्याविनिवृत्तकामाः। 16. किञ्चित्-किञ्चित्क ।-अकिञ्चित्कम् । 17. कृ-किश्चित्क-अकिञ्चित्कम् । 18. कृत-हेतुक-अहेतुकम् । 19. कृत्स्न-कृत्स्नवित्-अकृत्स्नवित् । 20. क्रिया-क्रियाविशेष-क्रियाविशेषबहुलाः। 21. क्षत्र-सर्वक्षत्र-सर्वक्षत्रसमागमे ।
1. The dissolution of these compounds will be found in smaller brackets inside that of the primary words, of which they respectively form parts, given in the Index of the secondary units. B.G. I.21
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