Book Title: Bhagavana Mahavira Author(s): Jain Parishad Publishing House Delhi Publisher: Jain Parishad Publishing House Delhi View full book textPage 8
________________ [ २ ] क्रम विषय २१ कुणिक - अजात शत्रु की वीर वन्दना २२ गणनायक राजा चेटक और सेनापति सिंहका वीर-समागम २३ वैभार शैल पर वीर-देशना २४ शब्दाल पुत्र का शंका निवारण २५ वीर श्रमण जीववर की सिद्धि २६ राजर्षि उद्यन की वैयावृत्ति २७ मङ्खलि गोशाल और पूरण काश्यप प्रसंग ६८ भ० महावीर और म० गौतम बुद्ध २६ भगवान का मोक्ष लाभ और निर्वाण धाम 1 ३७ भ० महावीर सम्वन्धी तीर्थ और पुरातत्व ३८ जीवन से प्राप्त शिक्षाये और उपसंहार पृष्ठ १६६ २०६ २२१ २३४ २४० - ५० २५६ २६४ २७५ २८४ ३० भगवान् का निर्वाण काल ६२ ३१ भगवान् का दिव्योपदेश और निर्मल चारित्र ३२ श्री ऋषभदेव और भ० महावीर ३३ तीर्थङ्कर अरिष्टनेमि और भ० पार्श्वनाथ ३०४ ३०७ ३४ भ० महावीर और भारतीय दर्शन ३१५ ३५ वीर निर्वाणोपरान्त सघ और उसके भेद ३२१ ३६ वीर- संघ का प्रभाव और उपरात के प्रसिद्ध जैनी राजा ३३३ ३४३ ३५६Page Navigation
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