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श्रारेण ]
आरेण. अ० ( श्रारेण ) ( ९ ) पहले ; अर्वाक. Firstly. विशे० ३५१७; (२) प्रारंभ कर. Having begun or commenced. विशे० २२८४;
श्रारोग्ग. पु० ( आरोग्य ) एक ब्राह्मणोपासक का नाम. Name of a Brahmin उप० ५४०;
आरोग्ग, न० ( आरोग्य ) एकाशन तप. A kind of religious austerity.
संबोध० ५८;
( १७७ )
श्रारोलि त्रि० ( पुञ्जित) एकत्रित; इकट्ठा किया हुआ. Gathered; Collected. कुमा० आरोवण. न० (प्रारोपण) (१) ऊपर चढ़ाना. Causing to ascend. सुपा० २४६;
रोवणा. स्त्री० (श्रारोपणा) (१) ऊपर चढ़ाना. Causing tomount. (२) प्ररूपणा, व्याख्या का एक प्रकार. A kind of lecture. (३) प्रश्न पर्यनुयोग. A question. विशे० २६२७, २६२८; श्रारोविय. त्रि० ( श्रारोपित) (१) चढ़ाया हुआ. Caused to ascend ( २ ) संस्थापित.
Established; Instalied. महा० पा० आरोसि. त्रि० (आरोषित) कोपित; रुष्ट किया हुआ. Angry; Wrathful से० ६, ६६; भवि०
आरोह. पुं० ( श्रारोह ) सवार हाथी घोड़ा आदि पर चढ़ने वाला. A rider. से० १३, ७५; श्रारोहि. त्रि० ( श्रारोहिन् ) (१) सवार होने वाला, One that rides ( २ ) हस्तिपक; हाथी का रक्षक. A driver of an elephant. गउड
झाल. न० ( श्राल ) कलंकारोप ; दोषारोपण. Charge; Accusation. स० ४३३; सत्त० २; आलंकारिय. त्रि० ( श्रालङ्कारिक) (१) अलं
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[ श्रालवाल
कार शास्त्र का ज्ञाता, One that knows the science and art of rhetoric. (२) अलंकार संबंधी Relating to an ornament. (३) अलंकार के योग्य. Fit for an ornament. जीव० ३; श्रालंदि त्रि० ( श्रालन्दिक ) श्रालंद-समय विशेष का उल्लंघन न कर कार्य करने वाला. One who does not transgress a particular period. विशे० आलंबि. त्रि० ( आलम्बिन् ) अवलम्बन करने चालाः श्राश्रयी. Resting with; Dependent on. गउड० श्रालक्खिय. त्रि० ( आलक्षित ) (१) ज्ञात; परिचित. Familiar, Acquainted. (२) चिन्ह से जाना हुआ. Known by & sign. गउड०
अलग्ग. त्रि० ( आलग्न ) लगा हुआ; संयुक्त.
Connected; United. से० २, ३३; चालत. त्रि० ( श्रापित ) संभाषित; श्रामाषित Talked. पउम० १६, ४२; सुपा० २०८ श्रा० ६;
श्राद्ध त्रि० ( श्रालब्ध ) ( १ ) संसृष्ट. Commingled; Conjoined. ( २ ) संयुक्त. Connected or united. (३) स्पृष्ट; छुआ हुआ, Touched. ( ४ ) मारा हुआ. Beaten नाट ० आलप्प. त्रि० ( श्रालाप्य ) कहने के योग्य, To be said. लहुन ०८;
श्रालभण न० ( श्रालभन ) विनाशन Destruction; Ruin धर्मसं० ८८२; श्रालय. पुं० न० ( श्रालय ) बौद्ध दर्शन प्रसिद्ध विज्ञान विशेष. A particular science prescribed by Bauddha philosophy. धर्मसं० ६३५; ६६६; ६६७; आलवाल न० ( आलवाल ) क्यारी; थांवला. A basin or trench for water
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