Book Title: Apbhramsa Bharti 1996 08
Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Gopichand Patni
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 70
________________ अपभ्रंश भारती -8 6. नयनंदी, सुदंसणचरिउ, 5.10। 7. मुनि कनकामर, करकंडचरिउ, 4.7.3-8। 8. दिव्यदृष्टि धाहिल, अपभ्रंश साहित्य, हरिवंश कोछड़, पृ. 205। 9. संदेशरासक, भूमिका, विश्वनाथ त्रिपाठी, पृ. 70। 10. अद्दहमाण, संदेशरासक, शरद वर्णन, 16.5। 11. वही, वसन्त वर्णन, 2041 12. विद्यापति, कीर्तिलता, छन्द सं. 141-144। द्वारा - डॉ. अशोक उपाध्याय शुगर फैक्ट्री गली, सुभाष नगर बरेली (यू.पी.)- 243001

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