Book Title: Apbhramsa Bharti 1996 08
Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Gopichand Patni
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 76
________________ अपभ्रंश भारती 8 य व मेघेश्वर चरित मोहराज विजय यशोधर चरित्र (जसहर चरिउ ) युगादि जिनचरित्र कुलक योगसार वृद्धनवकार वज्रस्वामी चरित्र वर्द्धमान काव्य ( श्रेणिक चरित्र ) वर्द्धमान चरित्र वरांग चरित्र विवेक कुलक वीर जिन पारणक श/ष/स संयम मंजरी संभवनाथ चरित षट्कर्मापदेश श्रीपाल चरित श्रीपाल चरित श्रावकाचार • शील संधि शालिभद्रकक्का शांतिनाथ चरित्र संदेश रासक सन्मति जिन चरित्र सुकुमाल स्वामि चरित सुदर्शन चरित्र सुभद्रा चरित्र स्थूलभद्र फाग सिद्ध हेम शब्दानुशासन ( संकलित अपभ्रंश छंद) - - - - — - - रइधू जिनप्रभ सूरि पुष्पदंत जिनप्रभ सूरि योगीन्दु श्रुति कीर्ति जिनवल्लभ सूरि जिनप्रभ सूरि (संवत् 1316 वि . ) जयमित्र इधू तेजपाल जिनप्रभ सूरि वर्धमान सूरि महेश्वर सूरि तेजपाल अमरकीर्ति (संवत् 1274 वि . ) नरसेन इधू देवसेन ईश्वर गणि पद्म शुभकीर्ति अब्दुल रहमान इधू पुष्पभद्र (पूर्णभद्र) नयनन्दिनी / नयनन्दिन (संवत् 1100 वि . ) अभयगणि (संवत् 1161 वि.) जिनपद्म सूरि (1257 वि . ) हेमचन्द 63

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