Book Title: Anusandhan 2002 07 SrNo 20
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 106
________________ 101 अनुसंधान-२० नासे पहिलाथी फोजा फीटी डुंगर करे प्रवेश मेवाडे देसे भूले चूके मत करज्यो परवेस ||८|| जिहा डायण सायण गोगा मोगा भूतप्रेत असंख्य तसकर पासीगर घणा ठगारा ते वली घाले खंग । गछनायक साहिब एक उदेपुर विना मत दीज्यो आदेस मेवाडे देसे भूले चूके मत करज्यो परवेस ॥९॥ इणविध मेवाडको कवित कविजिनेंद्रकृत छंद । एक उदेपुर हे भलो सो रहज्यो चिरंनंद ॥१०॥ इति संपुर्णं १९५३ पोस वदि १ लि. पं. केसरकुसल । छंदक्र. चरण चरण مر مي १ २ अर्थ दूझj, गायझेश मकाईना रोटला लूखा सूखा झांखरा-कांटा مر शब्द दोझाणो मक्की रोटा लुका सुका काठा भाठा वतका छोटी, मोथां له م ه م पथरा ه ه ه م ه له पट्टा ه له जट्टा चोटी, माथां-मस्तक लांबा वाळ (?) जटा (?) मों-मुख पीळा-फिक्का(?) ه الله ه الله ه له मुहडा पीलरीया विल्लरीया ओझाहीन बरीया ه ओज-रहित(?) ه سه مر ه Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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