Book Title: Amurtta Chintan
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 11
________________ १९४ २०२ २०६ १२. सह-अस्तित्व अनुप्रेक्षा १३. अनासक्ति अनुप्रेक्षा १४. सहिष्णुता अनुप्रेक्षा १५. मृदुता अनुप्रेक्षा १६. अभय अनुप्रेक्षा १७. आत्मानुशासन अनुप्रेक्षा ० अनुप्रेक्षा : प्रयोग और पद्धति १. अनुप्रेक्षा : प्रयोग और पद्धति २१७ २१९ २२५ २४७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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