Book Title: Agnat Pratima Ki Khoj
Author(s): Rekha Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 19
________________ अज्ञात प्रतिमा की खोज आदि सिद्ध,तुम आदि देव, तुम ही हो मेरेशम दिव्य सुनन्दासुतचरणों में मेरे नित्य प्रणाम। (Eklro जिला Doooo आश्चर्य। जल नेमाके शीश पर बिखर कर रह गया। प्रभु अभिषेक स्वीकार नहीं कर रहे, प्रतिमा के अभिषेक में क्या कोई देवीय बाधा है? यह मंगल सूचक नही है। NTWITUNITAL ACPM 00

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