________________
जैन चित्रकथा
भैया। मैं भी भगवान का अभिषेक करना चाहती हूँ। प्रतिमा पर दूध अर्पित करना चाहती हैं।
चामुण्डराय जिसने मूर्ति बनवाई वह भी अभिषेक नही कर सका। तेरे लुटिया के दूधसे किशाल प्रतिमा का अभिषेक कैसे
होगा? भागजा।
अर
भैया मेरी बड़ीइच्छा
थी।
LAPNire
प्रभु की प्रतिमा किसी का भी अभिषेक जल स्वीकार नहीं कर रही। एक बुढ़िया जो प्रतिदिन लुटिया में दूध लेकर आती है उसी दूधसे चामुण्डराय,
को अभिषेक करदो।
उतने दूध सेतो शीश का एक भाग भी गीला तक,
नही होगा।
क्या इस छोटे सेलोटे के दधसेअभिषेक हो सकेगा?
कभी-कभी चमत्कारभीहो जाता है।