Book Title: Agamsaddakoso Part 1
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan

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Page 33
________________ ૩૨ अंतपंतवासि [ अन्त्यप्रान्त्यवासिन्] संत-प्रांत આહારથી જીવનાર पण्हा. ४३; अंतमुहुत्त (अन्तर्मुहूर्त ] मुहूर्त मेघडी हरनो કાળ उत्त. १४४२: अंतय [अन्तक] विनाशा२४, हुष्यरित्य४य सूय. ११९, २११,५२१,६०७,६०८,६२०; पिंड. ९७; अंतयड [अन्तकृत् ] खो 'अंतगड' अंत. १३; अंतर [अन्तर] विघ्न, खांतरिङ, खांतर, व्यवधान, अंतः२एा, संबंधि, अंतरास, मध्यभाग, अवसर, विना, गाम-नगराहिनो अर्धपथ, વસ્ત્રષણાનો એકભેદ आया. ६६,२९९,५२०: सूय. १४२, ४५७; ठा. २८४; सम. १०९, ११८, ११९, १२१, १३०,१३३,१३५, १३६,१४५,१४७,१५८, १६१, १६३ थी १६९,१७१, १७६ थी १७८, १८८, १८९, १९१, १९५, १९९,२०७, २०९,२१४, २३८,२५०; भग. ४५, ८४, १५०, १७२, २५७, ३९६, ३९७,४२४ थी ४२७, ४८२, ५५८, ५९६, ५१८, ६२४, ६२६, ७४५, ७७९, ७८९ थी ७९१,७९५,८९१,९०१,९३०,९५३, १०६८, १०६९; नाया. १२,२५,४५, ४७, ४९ थी ५१, ७५, ९१, ९३,१०६,१११,११३, १४४, १६७, २२०; अंत. २७; उवा. ५०; पहा. १३,१५,१६,३८: विवा. ९,१५,१६,२५,३०,३३, राय. २८,४२,६७,८१; जीवा. ५१,५७, ६३, ६७,७१,७२,९३, १०५,१६५,१६७, १७९, १८३, १८५, १९८, २२४,२२८, २३७,२८१,२८९, ३००, ३१८, - ३४२, ३४४,३५०, ३५४, ३६१, ३६५ थी Jain Education International आगमस ३८६,३८९,३९०,३९२ थी ३९८ : पन्न. २०३,२०५,२१७,३९३, सूर. ८,२२,२५,२८,३०,३२,३४,४०, १२५, १८७ चंद. १०,२६,२९.३२,३४,३६,३८,४४, १२९,१९१; जंबू. ९,५५,७३, १२४, १२९, १३०, १४५, २५४,२७१, २७६, ३३४, ३४४, ३५० : निर. ७,१०,१४, १५, १७: तंदु. २४, २५, गच्छा. १२३: देविं. १५४,१५५, २०८,२३२; निसी. १३२; पिंड. २७१; उत्त. ५१६,६८८, ७३२, १४७८, १५४६, १५५४, १५६८, १५७९, १५८८, १५९८, १६०७, १६१७, १६३२, १६४१, १६५०, १६५६ थी १६६५, १७०९; अनुओ. ९०,९७,१०६. १०८, ११४, ११६, १३३,१३५; अंतर [अन्तराय] विद्य ओह. २६७; अंतर [अन्तर] अंतःराए संबंधि उत्त. १०६९; अंतरंजि [अन्तरञ्जि] नगरी विशेष ठा. ६८९; अंतरंडगोलिया [ अन्तरण्डगोलिका] संतद्वपना મનુષ્યના શરીરમાં થતી એક પ્રકારની ગોળી महानि. ६७८; अंतरकंद [अन्तरकन्द] ४सर वनस्पति विशेष કંદ पन्न. १२४; अंतरकप्पग [ अन्तरकल्पक] साध्वीना वस्त्रनो એક ભેદ महानि. १३९२; अंतरगत [अन्तर्गत ] संहर खावेत, संस्पर्शी सूर. ३६,३८, अंतरगिह [अन्तर्गृह] जे घर वय्येनुं अंतर चंद. ४०, ४२: बुह. ९८, १००, For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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