Book Title: Agam Suttani Satikam Part 18 Bruhat kalpa
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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________________ बालब्रह्मचारी श्री नेमिनाथाय नमः नमो नमो निम्मल दंसणस्स श्री आनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरूभ्योनमः आगम सुत्ताणि (सटीक) भागः-१८ बृहत्कल्पछेदसूत्रम्-१ "पीटिका'- एवं - उद्देशकः-१ (मू. १...७ पर्यन्तः) -: संशोधकः सम्पादकश्चः :मुनि दीपरत्नसागर ता. १४/४/२००० रविवार २०५६ चैत्र सुद ११ ४५- आगम सुत्ताणि-सटीकं मूल्य रू.११०००/ के आगम श्रुत प्रकाशन ॥ -:: संपर्क स्थल :- - “आगम आराधना केन्द्र'" शीतलनाथ सोसायटी विभाग-१, फ्लेट नं-१३, ४-थी मंझिल, व्हायसेन्टर, खानपुर, अहमदाबाद (गुजरात) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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