Book Title: Agam 36 Chhed 03 Vyavahara Sutra
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 12
________________ विषय. वायत. बाबत. विषय. साधुने पुछीने लेवा वावत , ८-९ साध्वीए साधुने पोताने अथ दिक्षा न साधुए, साध्वीने पुछीने के पुछया देवी पण वीजा साधुने अथ देवी विना वीजा गच्छनी साध्वीने गच्छमां | विहार विकट देशमा १० ध्वीए विकट जग्याए विहार न करवो । लेवा वावत , ११ साधुए करवो विसंभोगीपणु साधु४ साधु साध्वीए, साधुनु विसंभोगीपणुं विकट देशमा प्रायश्चित साधुने विकट देशमा जइ प्रायश्चित मोढामोढ करवा वावत ठेवू कल्पे-साध्वीने विकट देशमां गर साध्वीनुं ५ साधु साध्वीए, साध्वीनुं विसंभोगी याविना प्रायश्चित ले करपे. पणुं वीजी साध्वी साथे तेने कहेवरा सझाय विकाळे १४- साधु साध्वीए विकाळे सझाय न करवी वीने करवा वावत १५ साधुनी आज्ञाए साध्वीने फरवी करपे. दिक्षा ६ साधुए, साध्वीने पोताने अर्थे दिक्षा न देवी सझाय (असझायनी साधु साध्वीए असझायनी वेळाए ससाधुए साध्वीने वीजी साध्वीने अर्थे घेळाए) १६-१७ झाय न करवी सझायनी वेळाए करवी , दिक्षा देवी सझाय १८ साधुसाध्वीए पोताना शरीरनी अस

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