Book Title: Agam 36 Chhed 03 Vyavahara Sutra
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 11
________________ 1067963Ebe HOSHIKSHABHI विषय, बावत. विषय. वावत. ..२-३ साध सगाने त्यां केटला ज्ञानवाळा | ममा रहेवा बाबत १९ दरवाजावाळा गाममा एकला न रहेवा साधु साथे जइ शके वावत ॐ सगानुं आहार पाणी साधु सगाने त्यां गया पछी कया " २० वहु सूत्री साधुने एक गढ ने एक द४ थी ९ आहार पाणी लइ शके ते वावत रवाजावाळा गाममां एकला रहेवा वावत अतिशय १० थी १४ आचार्य उपाध्यायना अतिशय , १५-१६ गणावच्छेदकना अतिशय हस्तकर्म २१ साधु हस्त कर्म करे तेने प्रायश्चित (अभण) साधुने गा- अभण साधुओने १ गढ ने १ वारणा मैथुन सेवे २२ साधु मैथुन सेवे तेने प्रायश्चित एममा रहेवा बाबत १७ वाळा गाममां केवी रीते एकहुं रहेवु | गच्छमां लेवी खराब आचारवाळी साध्वीने गच्छमां ते बाबत २३-२४ पाछी लेवा बावत । , १८ अभण साधुओने घणा गढ ने घणा द VII ७ मो उद्देसो. पाने १०२ थी ११४. कुल सूत्रो २७ रवाजावाळा गाममां केवी रीते रहे | गच्छमां लेवा वावत १ साध्वीए, साधुने पुण्याविना वीजा ते बाबत गच्छनी साध्वीने गच्छमां न लेवा है साधु बहु सूत्रीने गा- बहु सूत्री साधुने घणा गढ ने घणा । बाबत .

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