Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 632
________________ ६१८mmmmmmmwwwwwwwwwwwww. .. जीवाभिगमसके प्रश्नः भगवानाह 'गोयमा' इत्यादि गोयमा' हे गौतम ! “अंतरदीवगा मणुस्सित्थियाओ मणुस्सपुरिसा ,य' अन्तरद्वीपका मनुष्यस्त्रियः मनुष्यपुरुपाश्च ‘एएसिणं दुन्नि य तुल्ला वि सव्वत्थोवा' एते खलु द्वयेऽपि तुल्याः सर्वस्तोकाः भवन्ति तथा एते द्वयेऽपि स्वस्थाने परस्परं तुल्या भवन्ति अन्तरद्वीपकस्त्रीपुरुषाणा युगलधर्मो पेतत्वा दित्यर्थः 'देवकुरूत्तरकुरु अकम्कभूमिगमणुस्सित्थियाओ मणुस्सपुरिसा य' देवकुरूत्तरकुर्वकर्मभूमिकमनुष्यस्त्रियो मनुष्यपुरुषाश्च “एए णं दोन्नि वि तुल्ला सखेज्जगुणा' एते खलु द्वयेऽपि तुल्याः सख्येयगुणा. अन्तरद्दीपकमनुष्यस्त्रीपुरुपापेक्षया देवकुरूत्तरकुर्वकर्मभूमिकस्त्रीपुरुषाः संख्यातगुणा भवन्ति स्वस्थाने एते दयेऽपि परस्परं तुल्याश्च भवन्ति । एतदपेक्षया 'हरिवासरम्मगवास अकम्मभूमिगमणुस्सित्थियाओ मणुस्सपुरिसा य' हरिवर्परम्यकवर्षा कर्मभूमिकमनुष्यस्त्रियो मनुष्यपुरुषाश्च "एएणं दोन्नि वि तुल्ला संखेज्जगुणा' एते खलु हयेऽपि तुल्याः संख्येयगुणा देवकुरूत्तरकुरुस्त्रीपुरुषापेक्षया हरिवर्परम्यकवर्पकस्त्रीपुरुषाः संख्येयगुणा अधिका भवन्ति तथा हरिवर्षकरम्यकवर्पकस्त्रीपुरुषास्तु परस्परं तुल्या एव भवन्तीन्यर्थः ।। से विशेषाधिक है ? उत्तर में प्रभु ने कहा है - "गोयमा ! अंतरदीवगा मणुस्सित्थीओ मणुस्सपुरिसा य" हे गौतम ! अन्तरद्वीपजमनुष्यस्त्रियां और अन्तर द्वीपज मनुष्य पुरुप “एएणं दुन्नि य” ये दो "तुल्ला वि सव्वत्थोवा" परस्पर मे समान है और सबसे कम है । क्यो कि अन्तरद्वीपज स्त्री-पुरुष युगलिक धर्मोपेत होते है। "देवकुरूत्तरकुरु अकम्मभूमिगमणुस्सित्थियाओ मणुस्सपुरिसा य एएणं दोन्नि वि तुल्ला संखेज्जगुणा" देवकुरु एवं उत्तरकुरु रूप अकर्मभूमि की मनुष्य स्त्रिया और मनुष्य पुरुष ये दोनो परस्पर मे समान है परन्तु अन्तर द्वीपज मनुष्य-स्त्रियों और पुरुषो की अपेक्षा सख्यात गुणे अधिक है । "हरि वासरम्मगवास अकम्मभूमिग मणुस्सिस्थियाओ मणुस्सपुरिसा य" हरिवर्प और रम्यक वर्ष रूप अकर्मभूमिकी मनुष्यस्त्रियां और मनुष्य पुरुष “एतेणं दोन्नि वि तुल्ला संखेज्जगुणा" ये दोनो स्वस्थान में तो तुल्य है परन्तु देवकुरु एव उत्तरकुरु की मनुष्य स्त्रियों 'गोयमा ! 'अंतरदीवगा मणुस्सित्थीओ सणुस्सपुरिसा य गौतम | मतदीपनी मनुष्य स्त्रिये! मने मतदीपना मनुष्य ५३१) “एएण दुन्निय' मा भन्ने 'तुल्ला वि सवत्थोवा' પરસ્પર સમાન છે અને સૌથી ઓછા છે. કેમકે–અતરદ્વીપના સ્ત્રી પુરુષો યુગલિક ધર્મ पाय छ "देवकुरूत्तरकुरु अकम्मभूमिगमणुस्सित्थियाओ मणुस्सपुरिसा य एएण दोन्नि वि तुल्ला सखेज्जगुणा" ३५३३ सने २३३ ३५ मभूमिनी मनुष्य सियो मने મનુષ્ય પુરૂષ આ બને સુરસ્પરમા સરખા છે પરંતુ અંતરદ્વીપની મનુષ્યસ્ત્રિ અને પુરુષે २di संज्यात वधारे छे "हरिवासरम्मगवास अकम्मभूमिग मणुस्सित्थियायो मणुस्स पुरिसाय” वर्ष भने २भ्य वर्ष ३५ मम भूमिनी मनुष्य स्त्रियो भने मनुष्य पुष।

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