Book Title: Agam 11 Vivagsuyam Angsutt 11 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 14
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सुपखंघो-१, अन्झयणं गोणत्ताए पञ्चायाहिइ से णं तत्थ उम्मुकबालभावे अण्णया कयाइ पढमाउसंलि गंगाए महानईए खलीणपट्टियं खंणमाणे तडीए पेल्लिए समाणे कालगए तत्थेव सुपइट्टपुरे नवरे सेडिकुलंसि पुत्तत्ताए पच्चाबाइस्सइ से णं तत्थ उम्पुक्क (बालभावे विण्णय-परिणयमेत्ते] जोव्वणममणुप्पत्ते तहारूवाणं थेराणं अंतिए धर्म सोच्चा निसम्म मुंडे भवित्ताअगाराओ अणगारियं पव्वइस्सइसे णंतत्य अणगारे भविस्सइ-इरियासमिए जाव बंभयारी से णं तस्य यहई वासाई सामण्णपरिवागं पाउणित्ता आलोइय-पडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा सोहम्मे कप्पे देवत्ताए उच्चवजिहिइ सेणं तओ अनंतरं चयं वइत्ता महाविदेहे वासे जाइं कुलाइं पति-अड्ढाइं अपरिभूयाइं तहप्पगारेसु कुलेसु पुसत्ताए पचायाहिति जहा दढपइण्णे जाव सिज्झिहिइ बुझिहिइ मुच्चिहिइ परिणिव्वाहिइ सव्वदुक्खाणमंतं काहिइ एवं खलु जंवू समणेणं भगवघा महावीरेणं जाव संपत्तेणं दुहविवागाणं पढमस्स अज्झयणस्स अयमढे पन्नत्तेत्ति बेमि।-7 •पढमे सुपखंधे पढपं अज्झवणं सपत्तं. ___-बी यं अज्झय गं-उ झिप ए :(११) जइ णं भंते समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं दुहविवागाणं पढमस्स अज्झयणस्स अयमढे पत्रत्ते दोच्चस्स णमंते अज्झयणस्स समणेमं भगवया महावीरेणं के अढे पन्नत्ते तए णं से सुहम्मे अणगारे जंवूअणगारं एवं वयासी-एवं खलु जंबू तेणं कालेणं तेणं सपएणं वाणियगामे नामं नपरे होत्था-रिद्धस्थिनियसमिद्धे तस्स णं वाणियामस्स उत्तरपुरस्थिमे दिसीभाए दूइपलासे नामं उजाणे होत्था तत्य णं दूइपलासे सुहम्पस्स जखस्स जक्खाययणे होत्या तत्थ णं वाणियगामे नयरे मित्ते नामं राया होत्या-वष्णओ तस्स णं पित्तस्स रण्णो सिरी नामं देवी होतावण्णओ तत्थ णं वाणियगामे कामज्झया नापं गणिया होत्या-अहीण-जाव सुरूवा बावत्तरिकलापंडिया चउसद्विगणियागुणोववेया एगूणतीसविसेसे रममाणी एकवीसाइगुणप्पहाणा बत्तीसपुरिसोववारकुसला नवंगसुत्तपडिवोहिया अट्ठारसदेसी-भासाविसारया सिंगारागारचारुवेसा गीयरइगंधवणट्टकुसला संगय-गय-जाव] सुंदरपण-[जाव] ऊसियज्झया सहस्सलभा विदिण्णछत्तचामर-बालवीयणीया कण्णीरहप्पयावा यावि होस्था बहूणं गणियासहस्साणं आहेवचं जाब विहाइ 91-8 (१२) तत्थ णं वाणियगामे विजयमित्ते नाम सस्थवाहे परिवसइ-अड्ढे तस्स णं विजयमितस्स सुभद्दा नामं मारिया होत्या तस्स णं विजयमित्तस्स पुत्ते सुभद्दाए भारियाए अत्तए उज्झियए नामं दारए होत्था-अहीण-जाव सुरूवे तेणं कालेणं तेणं समरणं समणे भगवं महावीरे समोसढे परिसा निग्गया राया निग्गी जहा कूणिओ निग्गओ धम्मो कहिओ परिसा पडिगया राया य गओ तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्टे अंतेवासी इंदमूई नाम अणगारे गोचमगोत्तेणं जाव संखित्तविउलतेयलेसे छठ्छउणं [अनिक्खित्तेणं तवाकम्पेमं संजमेमं तवसा अप्पाणं भावमाणे विहरइ तए णं भगवं गोवमे छद्रुक्खमणपारणगंसि पढमाए पोरिसीए सज्झायं करेइ वीयाए पोरिसीए झाणंझियाइंतइयाए पोरिसीए अतुरिय-मचवलमसंभंते मुहपोतियं पडिलेहेइ पडिलेहेत्ता भायणवस्थाई पडिलेहेइ पडेलेहेत्ता भायणाई पमज्जइ पमज्जित्ता भायणाइं उगाहेइ उग्गाहेता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता समणं पगवं महावीरं वंदइ नमसइ वंदित्ता नमंसित्ता एवं वयासी-इच्छामि णं भंते तुम्भेहिं अब्मणुण्णाए समाणे छक्खमण For Private And Personal Use Only

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