Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra Nayadhammakahao Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 468
________________ परिशिष्ट-४ ४४२ नायाधम्मकहाओ भाय भास दिग्मूढ़ झारी भिंग भिंगार भिसिया भुंभर (दे.) भुक्ख भुक्खा भोग भोयणपिडय मउड मएल्लिय मैथुनगृह मृत मङ्ख मच मंडावणधाई मंदर . मंसुय मंसोवचिय मग्गण मगर मघमघेत मच्चुसाहिय मज्जपाणय मज्जणघर लाभांश १/२/१२ मूइय भस्म, भाष पक्षी १/१७/१४ मूढदिसाअ भंवरा १/१/३३ मूसियार १/१/१०६ मेज्ज वृषिका, आसन १/८/१०४ सेहरा १/८/७२ मेढी रूखा १/५/१०७ बुभुक्षा १/१/३४ मोल्ल फण १/८/७२ मोहणसील टिफिन १/२/३७ मोहणधर मुकुट १/१/२४ रंधतिया १/१४/३१ रज्जसंका चित्रपट दिखा आजीविका करने वाला १/१/७६ रडिय पुलिया १/१/१५८ रत्तंसुय मंडनधात्री १/१६/३६ रत्था मेरुपर्वत १/१/१४ रमिय दाढ़ी १/६/१६ रयणुच्चय मांसल १/१८/६ रयणकरंडण अन्वयधर्म का पर्यालोचनपूर्वक निर्णय १/१/१६ रययकूट हिसंक जलचर प्राणी १/४/४ रसिय महक से उठने वाली १/१/१८ रहाणी मृत्यु से होने वाली १/१/१११ रायसामण्ण मादक पेय १/१६/२५ रायावगारि स्नानगृह १/१/६५ रिभिय चिकना १/१/१८ रिट्ठ मानसिक तादात्म्य स्थापित करना १/१/५३ रिट्ठ मनोहर १/१/१ रिग मणिनिर्मित पीठिका १/८/४० रुंटणा (दे.) वीर्यवर्धक १/१/२४ रुरु रश्मि ११/८६ रूय माला १/१/२४ रोयमाण पहलवान १/१/७६ लंख मल्लिका, मोगरा १/८/३० लंबेत्ता मच्छर १/१/१७ लंबोदर रींछ के बाल १/१८/३५ लक्खारस मूंछ १/६/१६ लज्जू दूसरों के छलने की बुद्धि १/२/११ लद्धपच्चय सुरक्षा के लिए निर्मित उर्ध्व प्रदेश १/१/१५८ लहुसय लतामण्डप १/१/६ लासग उड़द १/५/७५ लिंड (दे.) हरिण १/१/१७८ लिंब देदीप्यमान १/१/२४ लीह अंगूठी १/१/२४ लुग्ग केश १/२/११ लुणइ मस्तक १/१/२८ लूह निःशब्द १/१८/३६ १/१/१६० स्वर्णकार १/१४/५ मेय, पल्य आदि द्वारा १/८/६६ मापे जाने वाले पदार्थ खला निकालते समय धान्य के १/१/१६ मध्य रोपा जाने वाला स्तम्भ मूल्य १/१/१४६ कामप्रिय १/१/१५८ १/३/१६ भोजन पकाने वाली १/७/२६ राज्य सदृश मूल्य वाली १/८/६२ रुदनपूर्ण १/१/१५६ लाल रंग की मशहरी १/१/१८ गली १/१/७६ रति १/६/३६ रत्नराशि १/१/२६ रत्नमंजूषा १/१/१७ रजतशिखर १/१/१८ मेघ का शब्द १/१/३३ रथसेना १/१/३३ राजा के स्वामित्व वाला १/१/१११ राजद्रोही १/१८/२१ स्वरसम्पन्न १/१/१६ कौआ १/१/१५६ रीठा १/१७/१४ रल विशेष १/१/३३ रुदन १/१८/१० १/१/२४ कपास १/१/१८ सशब्द अश्रुमोचन करना १/८/१० बांस पर चढ़कर खेलने वाला १/१/७६ लंगर डालकर १/८/८१ गणेश १/१/१५६ लाक्षारस १/१/३३ अनाचार सेवन में लज्जा करने वाला १/१/१६५ विश्वसनीय १/१/१६ साधारण १/२/३५ रास रचाने वाला १/१/७६ लीद १/१/१५६ भेड़ शिशु की ऊन से निर्मित चादर १/१/१८ लकीर १/८/१५४ रोगी १/७/६ काटना १/७/१५ पौंछना १/२/१४ मट्ठ मणसीकरेमाण मणामा मणिपेढ़िय मयणिज्ज मरिचि मल्ल मृग मल्ल मल्लिय मसग माइय माउआ (दे.) माया माल मालुयाकच्छ मास मिय मिसिमिसंत (दे.) मुद्दिया मुद्धय मुद्धा Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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