Book Title: Adhyatmik Poojan Vidhan Sangraha
Author(s): Ravindra
Publisher: Kanjiswami Smarak Trust Devlali

Previous | Next

Page 4
________________ विषय आध्यात्मिक पूजन-विधान संग्रह ___ (चौबीस तीर्थंकर विधान) (खण्ड १,२,३व ४ में समागत रचनाएँब्र.श्री रवीन्द्रजी आत्मन् द्वारा रचित हैं।) पृष्ठांक विषय पृष्ठांक प्रकाशकीय ५ श्री जिनेन्द्र अभिषेक स्तुति २५ अहो भाग्य ६ श्री देव-शास्त्र-गुरु पूजन २६ श्री देव-शास्त्र-गुरु स्तुति श्री वीतराग पूजन । (खण्ड-१) श्री शान्ति-कुन्थु-अरनाथ पूजन ३३ नवदेव भक्ति श्री पंचबालयति पूजन ३६ घड़ी जिनराज दर्शन की..... १४ श्री बाहुबली पूजन शुभ काललब्धि जागी..... श्री विद्यमान बीस तीर्थंकर पूजन ४४ धन्य घड़ी मैं दर्शन ..... श्री सीमन्धर पूजन कैसी सुन्दर जिन प्रतिमा...... श्री सिद्ध पूजन अद्भुत प्रभुता आज निहारी... १६ सोलहकारण पूजन दर्शाती जयवंत प्रभो... १६ दशलक्षणधर्म-पूजन माँ जिनवाणी मुझ अन्तर में... १७ रत्नत्रय पूजन धन्य-धन्य मुनिवर का जीवन... श्री पंचमेरु पूजन धन्य मुनिराज की समता...... नन्दीश्वर द्वीप पूजन जंगल में मुनिराज अहो ...... वीरशासन जयन्ती पूजन ६९ वनवासी संतों को..... श्री श्रुतपंचमी पूजन ... ७२. गुरु निर्ग्रन्थ परिग्रह.... सरस्वती पूजन .. ७५ नित्य-नैमित्तिक पूजन निर्वाणक्षेत्र पूजन (खण्ड-२) अक्षय तृतीया पूजन प्रतिमा प्रक्षाल पाठ मुनिराज पूजन विनय पाठ २२ शान्ति पाठ पूजा पीठिका (भाषा) २३ । विसर्जन पाठ 9000000000000000000000000000000000000000999999999999900000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000008888888888888888888888888888888888888888888800000000000000000000000000000 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 ... 242