Book Title: Yugadi Vandana
Author(s): Dharnendrasagar
Publisher: Buddhisagarsuri Jain Gyanmandir

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Page 2
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir युगादिवन्दना मान्याः? शान्त्याद्यनेक गुणगणालंकृत श्रीमदाचार्यः कैलासाब्धिकल्याणद्मम् पादानाम् शुमे शोभने मुहूर्ते यद् संकल्पितं तद् कृपया पूर्णमद्य । भारतीभाषानिबद्धायां स्तवनरस रसिकाणांस्वभाव विशुद्धयादिमुद्दिश्य पूर्वकालीन श्रुतस्थवित महापुरुषः प्रणोताश्च गेयात्मकः स्तवन-स्तोत्र-स्तुत्यातिः एवोद्धताः । अस्मिन् पुस्तके प्रमादादि दोषवशान्मति भ्रमाद वा काश्चनासूटयोऽवशिष्टास्ताम् शिष्ट: संशोधनीया संसूचनीया च । विधायकृपाम कृपाकांक्षी पद्मसागरान्तेवासी धरणेन्द्रसागर युगादि पुरुषेन्द्रराय नमोनमः For Private And Personal use only

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