Book Title: Vikramaditya Chaupai
Author(s): Somgani, 
Publisher: Mansor

View full book text
Previous | Next

Page 8
________________ बलवंतागाजीनरेपासपिलमंजाटान करेगनवायालाचरे||HEA गनाडियरीनिकल जो मावशास/ मरताव का रामनरमाईश स्थामाइलविवंचक मुवाराजालापानमहायरे॥२ रातवराजाशर्षता घको/ वचनक दैविगतायरे॥रातोबा ततनीकदिामा रैमाविदायरेन राप्रनमा नेतेमधला विश्वनक रोप्रमाणुरेसावा तश्कवातमिविश्वकेहिम जोपरे कमकियोकाटेबाजामाविकममपानरसकिदैनामबहा नतराईपुरावामीठालालापमहदिरावै मेरमै कोरवालाबीचा चारजयारजनी या जैकर मिनरना चार कियायकमीजसीमा राजमान रहार॥इमएसहके घरे||वैमर ह्या विचाराकोटवाल ICEL किरतेोरेरके| दिवसातकर मिपिपली मन विचारै बुध चारान करकेतनामीसगलाकाजीकाक़तिएचालकला माज गाइमचितवद्वा सायानकि रविद्या के तामचीपाबा नाबीयाकारवालने तापासुनसहमतमयमासान घोरसाद दाढिमूह वलिाय गेयोतेचा | प्रातमै पुरजन सकलातेदेबी ति संचामाया दमित विलानि.जीविकामपासादिवसेक मडा(सुनवाजिकै मिर ताजा याचत नवरयायमि यामाहाराजfuढाइमामेककारनामापा

Loading...

Page Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44