Book Title: Vigay Nivayata Vivaran Author(s): Suyashchandravijay, Sujaschandravijay Publisher: ZZ_Anusandhan View full book textPage 2
________________ अनुसन्धान ५२ ५. भेड = घेटी २२. शालकणा = चोखाना कण ६. फुन = पुनः = फरीथी २३. भक्ष्यण = भोजन ७. सरसुं = सरसव २४. करंब = भातमां दही नांखी तैयार ८. अलसीय = अळसी करेली वानगी ९. करड = कसुंबीना घासनुं ? २५. शिखरणी = श्रीखंड १०. काठा = कठण, पिंड २६. वडे = वडा ११. छार = चार २७. घोल = घोळवू १२. मरकी(क्खी) = मांखी ? २८. निर्भंजन = पक्वान्न तल्या बाद १३. कुतरिक = कुंतिया वधेलु घी/तेल १४. काष्टादिक = वनस्पति आदिनी २९. विस्पंदन = छासमां देखाता घीना १५. पिष्ट = लोट कण १६. हिआन = ३०. किट्टक = उकळला घी पर तरी १७. ईस = आनी आवतो मेल १८. पयसाडी = द्राक्ष आदि वस्तु ३१. पक्वघृत = आमळा वगेरे औषधि साथे रांधेलुं दूध नाखी पकवेल घी १९. पेय = अल्प चोखा सहित रांधेलु ३२. लक्षपाक = लाख औषधि नाखी दूध पकलेव तेल २०. अवलेहि = चोखानो लोट नाखी ३३. गुलवाणी = गोलनुं पाणी रांधेलुं दूध ३४. पात = गोळनी चांसणी/पड ? २१. दुग्धाटी == खाटा पदार्थ साथे ३५. कडाविगय = तळेली वस्तु रांधेलुं दूध ३६. चीलडा = टींकडा, पूडा ३७. पुवा = पूडलो एँ नमः ॥ विगय-निवायता विवरण ॥ अहँ नमः ॥ श्रीसिद्धचक्राय नमः ॥ चरणांबुज गुरुदेव नमि, कर समरण मन ध्यान, विगत विगय दशकी लिखुं, भविजन करण कल्याणPage Navigation
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