Book Title: Vidyanushasan
Author(s): Matisagar
Publisher: Digambar Jain Divyadhwani Prakashan

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Page 6
________________ OSESSISISCISDISIS विधानुशासन 75050SCIEDISCISS पार्श्व यक्षाराधन विधान प्रतिष्ठापन यंत्र ८५८ शुद्धि मंत्र ८६० स्नानमंत्र गजमंत्र ८६३ दुर्गा मंत्र ८७२ उक्षेस मंत्रोयं शांतिविधान ( रोग-शत्रु-ग्रह शांति हेतु ) ९०८ मृत्युंजय मंत्र ९२९ वसुधारा स्नानविधि ९३१ उद्वर्तन मंत्र ९३४ सिद्ध मिट्टी की परिभाषा .३४ मलचरू निवर्द्धन मंत्र ९३५ नव ग्रह चरू निवर्द्धन मंत्र ९३७ पुष्प वृष्टि स्नान मंत्र ९३८ मृत्युंजय मंत्र का फल नवग्रह की शांति का विधान १४८ नवग्रहों के मंत्र १४९ नवग्रहों का विशेष वर्णन ९५६ दानविधि ९५८ रोग शांत विधि ९५८ सर्वसिद्धि मंत्र ( उपाय) ९७० ग्रन्थातर नक्षत्र वृक्षा ९९५ स्त्री सौभाग्यवृद्धि कारक मंत्र १००१ नवतत्व १००४ द्रावण मंत्र १०१६. गौरीमंत्र । १०१७ पूजामंत्र १०३१ नयनांजन मंत्र १०४९ आकर्षण विधान १०६१ नर्मन कर्म विधान १०७९ ९३९

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