Book Title: Vasnunandi Shravakachar
Author(s): Sunilsagar, Bhagchandra Jain
Publisher: Parshwanath Vidyapith

View full book text
Previous | Next

Page 457
________________ (वसुनन्दि-श्रावकाचार ३४१ परिशिष्ट पृष्ठ संख्या शब्द परिग्रहपरिमाणाणुव्रत २०३ २५२ गुणव्रत २५६ देशव्रत २१४ २१७ पृष्ठ संख्या | शब्द कल्पवृक्ष २०६ | मद्यभोगभूमि २०८ कुभोगभूमि २१० सल्लेखना २१३ | सामायिक | प्रोषध २१५ सचित्तत्याग दिवामैथुनत्याग ब्रह्मचर्य २२२ संस्कार आरम्भत्याग २३० | परिग्रहत्याग .२३३ अनुमतित्याग उद्दिष्टत्याग | ऐलक २३८ | रात्रिभोजदोष २३९ सूर्यप्रकाश अनर्थदण्ड शिक्षाव्रत परिभोगनिवृत्ति अतिथिसंविभाग पात्रभेद दातारगुण नवधाभक्ति दातव्य आहारदान करुणादान औषधिदान शास्त्रदान . अभयदान दानफल २५७ २६८ २७१ २७७ २८७ २८९ २९० २९३ २९४ २९६ - २९८ २२० २२५ २३४ २३७ ३०० ३०३ ३०७ ३०९ :. नोट- ग्रन्थ में और भी बहुत सी परिभाषायें आई है, जिन्हें विषयसूची के आधार - से ग्रन्थ में ही देखें।

Loading...

Page Navigation
1 ... 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466