Book Title: Vaiayakaran Bhushansara
Author(s): Harivallabh
Publisher: Chaukhambha Sanskrit Pustakalay

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Page 11
________________ १९ कारिकायचरणसचिका सत्यं यत्तत्र सा जातिः ... समासस्तु चतुर्धेति .... सर्वनामाव्ययादीनाम् ... साध्यत्वेन क्रिया तत्र .... सुपां सुपा तिङा नाम्ना सम्बन्धिशब्दे सम्बन्धो सम्बोधनान्तं कृत्वोर्थाः स्वरदैाद्यपि हान्ये .... ४६३ ७४ २५९ २९ ९३. १० १०५ १५ २५६ २८ ३३४ ३९ १०७ १६ ४५१ ७१ हरेऽवेत्यादि दृष्टा च '... ... झो भूते प्रेरणादौ च ... ४२६ ६६ १४१ २३ इति वैयाकरणसिद्धान्तकारिकाधचरणानामकारादिव- .. र्णानुक्रमसूचिका। - - ---

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