Book Title: Tulsi Shabda Kosh Part 01
Author(s): Bacchulal Avasthi
Publisher: Books and Books

View full book text
Previous | Next

Page 541
________________ 529 तुलसी शब्द-कोश निबाह, हू : ( क ) निबाह + कए ० । (१) सफलता, कार्य की पूर्ति । 'हाँकि न होइ निबाहु ।' मा० १.१५६ (२) पहुंच, गति । 'जहँ नाहिन गज बाजि निबाहू ।' मा० १.१५७.५ ( ३ ) निस्तार, सत्परिणाम तक पहुंच । 'उघरहिं अन्त न होइ निबाहू ।' मा० १.७.६ (४) परिणाम तक यथावत् चलना । 'होइनात यह ओर निबाहू ।' मा० २.२४.६ ( ख ) आ० - आज्ञा – मए ०। तू निभा । 'राम नाम पर तुलसी नेम निबाहु ।' बर० ५७ निबाहें : निभाने से, परिणाम पर्यन्त पूर्णता देने से । 'कनकहि बान चढ़इ जिमि - दा । तिमि प्रियतम पद नेम निबाहें ।' मा० २. २०५.५ 1 निबाहे : निबाहें । 'प्रेम नेम के निबाहे चातक सराहिए ।' विन० १७८.२ (२) भूकृ०पु०ब० । निर्वाह किए। 'रावरे निबाहे सबही की निबहति ।' विन० २४६.१ निबाहेई : निभाने से ही । 'तुलसी पै नाथ के निबाहेई निब हैगो ।' बिन० २५६.४ निबाहेउ : भूक०पु०कए० । पूरा कर दिया । 'कोउ कह नृपति निबाहेउ नेहू ।' मा० २.२०२.५ निबाहु : आ० - भ० + आशा + मब० । तुम पूरा करना । 'ओर निबाहेहु भायप भाई ।' मा० २.१५२.५ निबाहैं : (१) आ०प्रब० । निभाते हैं, पूर्ति देते हैं । 'भरत' • बुधिबल बचन निबाहैं ।' गी० २.७३.१ ( २ ) निबाहें । 'तुलसी हित अपनो अपनी दिसि अबिचल नेम निबाहैं ।' विन० ६५.५ निब है: निबाहइ | पूरा कर दे। 'जौं बिधि कुसल निबाहै काजू ।' मा० २.१०.३ निबाह्यो : निबाहेउ । 'सिला साप समन निबाह्यो नेहु कोल को ।' कवि० ७.१५ निबिड़ : वि० (सं० ) । सघन, गहन, निश्छिद्र । 'कबहुं दिवस महुं निबड़ तम । ' मा० ४.१५ ख निबुकि: पूकृ० । उछल कर, फलाँग लगा कर । 'निबुकि चढ़ेउ कपि कनक अटारीं ।" मा० ५.२५.६ निबृत्त : भूकृ०वि० (सं० निवृत्त ) । समाप्त | 'तम निबृत्त नहि होई ।' विन० १२३.२ निवृत्ति: सं० स्त्री० (सं० निवृत्ति) । विषय- वैराग्य, निग्रह, त्याग | मा० ७.११७.१२ निबेदित: भूकृ०वि० (सं० निवेदित) । नैवेध रूप में अर्पित । मा० २.१२६.२ निबेरि, री : पूक० । समाप्त कर हटा कर । 'गृह आनहिं चेरि निबेरि गती ।' मा० ७.१०१.३ निबेरी : भूकृ० स्त्री०ब० । पूर्ण कीं । 'नेग सहित सब रीति बेनिरीं ।' मा० १.३२५.७

Loading...

Page Navigation
1 ... 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564