Book Title: Trishashtishalakapurushcharitammahakavyam Parva 5 6 7
Author(s): Hemchandracharya, Ramnikvijay Gani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 315
________________ ।। द्वितीयं परिशिष्टम् ॥ ॥ पञ्चम-षष्ठ-सप्तमपर्वगतविशेषनाम्नां सचिः ।। श्लोकाः श्लोकाः पर्व सर्गः नाम प्राग्विदेह ६ २ भारत ३ भरत ४७२ ४०० १५३ २८ १३३ WU भरत प्राग्विदेह भरत २४४ २२ ३५४ २४० २६६ १७ १८१ ७ पर्व सर्ग: नाम ६ ६ इन्द्रकुब्ज सहस्राम्रवण नीलगुहा यमुनोद्वर्त ७ १ कुसुमोद्यान ' नन्दन मनोरम नन्दन देवरमण देवरमण माहेन्द्रोदय ८ कुसुमायुध ९ माहेन्द्रोदय ११ सहस्राम्रवण कुक्कुट ५ ४ वज्रतुण्ड क्षेत्र अपाग्भरत उत्तरकुरु पुष्करवर भरत महाविदेह पूर्वभरत प्राग्भरत प्राग्विदेह ऐरावत प्राग्विदेह भरत ऐरवत पश्चिमविदेह पूर्वैरवत प्राग्विदेह पर्व सर्गः नाम श्लोकाः अटवी-अरण्य-वन ५ १ नन्दनवन भूतरत्नाटवी २ अशोकवनिका ३७४ नन्दनवन ४१२ पाण्डक १७९ भूतरत्नाटवी १६९ भद्रशाल ४१ पाण्डक भीमारण्य भूतवन ४ दण्डकारण्य ३२२ विन्ध्याटवी १०१ दण्डकारण्य १५२ सिंहनिनादक ३०९ १३ मनोहरवन अनशन ५ १ पादपोपगम ४८९ अलङ्कार ७ १ हार १५३ ५ चूडामणि १६६ स्वयम्प्रभ(हार) ऊर्मिका २३२ चूडामणि २३२ आसन ६ ८ मण्डूकासन ८३ उद्यान ज्योतिर्वन २४० देवरमण ८४ सूरनिपात ४८ देवरमण १९३ षतुक १२५ रतिनन्दन ४०४ सहस्राम्रवण २८४ सहस्राम्रवण ७० सहस्राम्रवण ४९ ६ अशोकवनिका अपरविदेह भरत अपरविदेह भारत हरिवर्ष पूर्वविदेह भरत १ भरत २ धातकीखण्ड भरत ३ भरत उत्तरकुरु पूर्वविदेह प्रत्यग्विदेह भारत ७२ ३९६ ya १३६ ० moror Morn भारत १६५ ३५९ २५२ अपरविदेह भारत विदेह १०८ or देवकुरु प्राग्विदेह भरत or हरिवर्ष ११६ भरत ovo M० ११ प्रत्यग्विदेह भारत १२ भरत १३ ऐवत गज ५ ४ काश्चनकलश ताम्रकलश ऐरावण २ भुवनालङ्कार ७ भारत ५ भरत ६ १ प्राग्विदेह भारत २ ऐवत ९४ ३७२ १०५ १३५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338