Book Title: Trishashtishalakapurushcharitammahakavyam Parva 5 6 7
Author(s): Hemchandracharya, Ramnikvijay Gani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 322
________________ श्लोकाङ्कः पर्व सर्गः नाम प्रतिवासुदेव २ दमितारि २१० w w ३० in २०८ ६ or or on <www श्लोकाङ्कः पर्व सर्गः नाम ७ ४ कयान धूमकेश पिङ्गल वसुभूति कपिल काक घोष पालक रुद्रदेव १२७ वसुभूति ३९३ वैश्वानर कपिल दत्त मृदुमति an ३३८ 3 ११२ ० WW ० ......६२४४६5 2. १५ श्लोकाङ्कः पर्व सर्गः नाम मन्त्री २२३ ५ २ ईहानन्द २२३ ६ ६ सुबुद्धि सुमति १२५ ८ नमुचि ११७ ७ १ दत्त ४ सुबुद्धि ९ सुमति ११२ मेष ५ ४ काल १२८ महाकाल म्लेच्छ १४२ ६ १ आपात १२८ ७ ४ आतरगतम १२८ १२ आपात ११७ १३ आपात १४२ ७ २ गोसव ६८ ७ २ जुह्वक पितृमेध मातृमेध राजसूय सौत्रामणी युगलिक ६ ७ हरि-हरिणी ५८ रमण विनोद ३ बलि प्रह्लाद रावण दशमुख रावण दशकन्धर दशग्रीव रावण ७ रावण दशग्रीव ९ रावण १० रावण बलदेव १ अचल २ अपराजित ३ अपराजित ४ अपराजित ३ आनन्द ५ दत्त १ पद्म ४ पद्म ५ राम ६ राम ७ राम ८ पद्म २५८ ७२ १ १६८ यज्ञ १७ विश्वभूति शकुन श्रुतिरति १० कुशध्वज प्रभास याज्ञवल्क्य वसुनन्द वामदेव ४८५ ४८७ ४८६ १९ ४८६ ४९४ ४८५ ७ ७ विजय ० ८२ ० १८६ ० २०३ २६ १६८ १८६ १६६ २२० ५ २०९ १२६ WW श्रीभूति सुनन्दन ब्राह्मणी ५ १ जम्बुका ज्वलनशिखा यशोभद्रा सत्यभामा ७ ४ अनुकोशा वेगवती सरसा स्वाहा सावित्री सुशर्मा शाखा अग्निकुण्डा रत्नचूडा वेगवती श्यामला सरस्वती सावित्री १० रघूद्वह ब्राह्मण १ धरणिजट नन्दिभूति रुद्रसोम शिखिन् श्रीभूति सत्यकि क्षीरकदम्ब गौतम पर्वतक विश्वभूति शाण्डिल्य अतिभूति उपमन्यु २०९ २२३ अश्वरत्न काकिणीरत्न खड्गरत्न गजरत्न गहिरत्न चक्र चर्मरत्न छत्ररत्न दण्डरत्न मणिरत्न वर्धकिरत्न सेनानीरत्न चक्ररत्न ६ २ चक्ररत्न ६ ८ स्त्रीरत्न ७ १२ काकिणी २१५ २१८ १६५ १६७ १६९ १८७ ५४ ३८६ ४७८ ३८६ ११५ . ४६८ ४७७ २०९ ४०४ गृहि . चक्र Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org/

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