Book Title: Tiloypannatti Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, Chetanprakash Patni
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha

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Page 838
________________ १९ । गायानुक्रमणिका [ ११ पाषा बाबा सं. वाचा अंकायारा विजया २८४२ प्राविममरिझमवाहिर २६.२ पगिवोससबभार १२७३ अंगवरिया गाणा मिनीसवस्मतामा मंजणमूसं कराए २८११ पादिमत्यवहाक धविधीसमइसाई अंतरदीपमणुस्मा २९७६ माविमसंतागजुवा मंतिपदेसाई मादिमावजुक्ष १४२. मंतोमुत्तमबर २२५१ प्रामरिसखेल यस्ता हगियो समस्थाणि अंघो शिवार व पामासयस हेवा दगिसपनु सहम मंबर महणबद्ध २६८१ माधामो पणा गिसय तिष्णिसहस्सा १२४ मंहरबस्तत्ततिप... सातप... २५६४ HTTER: मा इ मंगाएगा निभावरविवसहस्स मायालरभरापंपरा इगिहतारिखता १०२४ मंबरचेक्काक माह कए गंगा इम्साए गुणिवामी २०७४ माहिप नभु ८८२ इण सेस पिर मा सत्तममेक्कस रमणोषणासत्ता पादुकोषिमाहि पासाउबहुलदसपी ६७. इम सत्तरम्भिमरहे मारटुकोरिसंवा १७. पाहारवारिणश्या इन पश्चिम भरहे १३४ शक कुमारन पाहारसम्भगमता इस पहदि गणपणे पाक हेवो मुसी २.२४ १५६५ माहारामया मुबारपिरिदास २५३ पाऊ बापाय सुपारगुणियजीवा मासिकमविभोर पागन्धिय इरिकन समार पहागि २६३५ १७१४ इति पावणपणतुम २७६१ २०६३ पारण शियते इनिकोपिणRANT५७. हक पारिया पासूरातको सा दगिकोसोवयवो वह मोगे वि महरूम ६४३ मासार कारिणम्रो मागाएकी १३५९ इमिलिविजयमकस्प २३२९ इमिषतिपणमगपत्तिय २६४ ईसाणदिसाय सुरो २८२५ मात करोपमरणम्पत्तोपो ९४२ इमिसकएस्कणभरण २६५४ | माणदिसाभाने १७५३ चादरपणावराएं इमिणषि सक्क्षाणि २७८३ १७६८ मावि भवसाणमम्मे १९. विमपणपत्रमबदुष २७१८ . माणसोममाड्द इगिणवसिषषहो २०४१ भारि जिएपशिमाभो इगित भरतिय २६६१ प्राक्सिरे वेदि इगिपणांगनत २९३१ उपहासधारणाए ९५७ पाधिमकटोबरिम २०५५ गिपणहगपरपणपण माधिम बिसु पुख- ७४ बगिपल्लपपाणाऊ उसस्सोषसमे मानिमिणमा गिलासमाहर मावियारिहिप्पडयो २४७ इगिखं नालोस १०७६ मानिमपीछे हो इगियोसपुम्पलाना साकस्सअप

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