Book Title: Tiloypannatti Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, Chetanprakash Patni
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
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गावानुक्रमणिका
[ ८१७
गाषा.
बापा पठीससहस्सारिण
गाया सं. |
१४०६
गाथा पत्तारि सहस्सा सब
॥ सहस्साई
२.६५
१९१४
पत्तारि सहस्साखि
२६६२८४३
३४
गाणा
जापा दुलमोदि सहस्सारिण पुषसोगिहा मा २९६ चुलसीदो बाहतार १४३३ चुत्न हिमशारे २१४ प्रमियक्तिबाए १६५९ बेवि सेसु परेमु २१९. नेवि बारणे बेट्टति उपदकाना २७७३ अट्ठति तिमि तिम्ण म २३३३ पेठति बारसपणा ८६५ पेटति मामुत्तर २०१८
२९६८ छेदि कन्यामी २२६० ठेवि दिसतो २१२६ सतमणं पुरदो १९३४
२५७१ २४३२
२१५४
२१२७
पसारोत्तारो २९३३
पसारो पायासा ४०१ | दुहबहुमुहमरस ४२१ परियट्टामयचास २६१२ परियट्टानपपठरा २८२ परिपट्टामयरामा २६९३ । चरियट्टामायविरमा १२४८ पंडामतबरवाणा १२४५ | समापारी :-- १२४६ पहपुप्फर्यता
पंदपहो वपुरे १७. अप्पह पस्मिविणा
बंगाहे सम्पगदे
भयो म यहादी ११०६ पाए वामपुरखो
पायरषंटाकिकिगि
८.६
पउवोस चेय कोसा पकोई वाकारण पउवीस विषय पंचा पउमगसगणमा परमद्विषामरेहि घटसट्टो पूढोए परसम्णा जातिरिया पउसतएकदुपार उस टक्कदुर्ग उसकोपिट्ठ प परसबषुषसाहसमा पसपमसहस्सागि उसपसबसहस्सा उसासावीमो घउसीवि परि पसौविसमगुणिदा चासीदिसा ग्रोही परसोनिसहम्लाई पउसी दिसहस्साणि उसीदिहदलवाए उसोही कोहीमो चमहरमाणमयो पक्किम विजयभंगो बरीण चापराणि पाकीण माणमपरणो पाको दो सुनाई कम्पतिपहिता पत्तारि पबिधासु' चत्तारि जोषणाएं पत्तारि सयाणितहा
१२०९
पेसस किहपश्चिम पेत रहुलपरिये रेतरस व समासे
सस्स मुस्फब्रहो देतस्स सुस्पतपिए
४६
७.२
२०२
१२००
१५.
२७४६ | सामरपाहुविसुराणं २३१८ पामीयाबरवेदी १६४० बEVRAuो १३९५ | बारणवरोगायो
२७२ पालीस जोपणा १३०२ चालीस सहस्साणि १३१५ पाकारिण सहस्सा
६७२ १३९८
१८१८
चेतम्म सुस्कदममी घेत्तस्स मुखपंचमि अत्तासिवरणबमोए
तासु किव्हरति बेसासु सुबष्टी पोतीमायणं कोट्ठा मोत्तोसापिसगाप मोहमगिरीण कर पोरसग्रहापो तम्सि घोरसबोपगला बोमरममहिए बोइम मयस्सहाता पोइससहस्सोय। पोहमसहस्ससममम
८९०
२७९६ २०६१
E६६
चित्ते रहतपरयो वितोवरिमामागे
६०२
२४३० २५०४
१६३
पतारिया पणा
१९६५
चितिपरिवं
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