Book Title: Tiloypannatti Part 1
Author(s): Vrushabhacharya, Chetanprakash Patni
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha

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Page 420
________________ अधिकार गाथा अधिकार/गाथा १ २ २ २२८ २४६ १२८ १२ २५३ २१० १०६ १७५ छब्बीसबभयिसयं छन्वीसं चावाणि छब्बीसं लक्खाणि छस्सम्मत्ता ताई छह अंगुलेहि पादो छावट्टिछस्सयाणि छासट्ठीअहियसयं छाहतरि लस्वारिष छिण्णसिरा भिषणकरा छेत्त ण भित्ति वधिदूण पीयं छेत्त णं तसणालि छेत्त णं तसणालि जीवसमासा दो च्चिय जीवा पोग्गलधम्मा जे केइ अण्णाणतवेहिं जे कोहमारणमाया जेत्तियमेत आऊ जेतियमेत्ता पाऊ जे भूदिकम्म मंता जे सच्चवयणहीणा जो एपमारगणयेहि जो अजुदाओ देवो जोणीयो गारइयाणं जोयणपमाणसंदिद जीवशावीससहस्सा १६७ ३६५ १७२ ३४० मल्लरिमल्लयपत्थी २ ३०६ धावणमंगलमे ३३० १७० जइ बिलवयंति' करुणं जगसेदिघणपमाणो जम्मणखिदीण उदया जम्मणमरणाणंतर जम्माभिसेयभूसण जलयरकच्छव मंडूक जस्स असंखेज्जाऊ जस्सि जस्सि काले जादीए मुमरणेणं जादे अणंत गाणे जिरणदिटुपमाणाओ जिणपूजा उज्जोगं जिणोवदिट्टागमभासणिज्ज जिब्भाजिब्भगलोला १०६ २४७ २२६ १८० १८१ उदिपमाणा हत्था पच्चिदविचित्तकेदरण गवणउदिजुदचउस्सय रगवणउदिवसयारिण रावणउदिसहियरगवसय गावरण उदिजुदणचसय एव राव अट्ठ य बारस रणव रणवदिजुदचदुस्सय १०६ २२५ २१६ १६० २३३ १६७

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