Book Title: Tiloypannatti Part 1
Author(s): Vrushabhacharya, Chetanprakash Patni
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha

View full book text
Previous | Next

Page 423
________________ अधिकार/गाथा r २१७ १८७ २०५ G . ( ३४७ ) अधिकार गाथा देवमणुस्सादीहि देवीमो तिणि सया देवीदेवसमुहं देसविरदादि उपरिम देसविरदादि उवरिम देह अवट्ठिदकेवल २३५ देहोव्व मणो वाणी दो अट्ठसुण्ण तिमणह दो कोसा उचछेहा दो छब्बारसभाग दो जोयणलक्खारिंग दोषिणवियप्पा होति हु दोषिण सयाणि अट्ठा दोपिरासया देवीभो दो दंडा दो हत्था दोपस्खखेतमेत्तं दो भेदं च परोक्खं दोलक्खाणि सहस्सा दोहत्या वीसंगुल २०७ ११५ २८४ २ दक्षिणाईदा चमरो दक्षिणजसरदा ठूण मयसिलंब दसजोयणलक्खाणि दसराउदिसहस्सारिंग दसदंडा दोहत्या दसमसचउत्थस्स दसवरिससहस्साऊ दसवाससहस्साक दसवाससहस्साऊ दससुकुलेसु पुह पुह दहसेलदुमादीणं दंडपमाणंगुलए वंसरामोहे ण8 दारुणहुदासजाला दिप्तरयणदीचा दिसविदिसाणं मिलिदा दोविंदप्पहुदीणं दीवेसु गिदेसु दीवोदहिमेलाणं दुपखा य वेदणामा दुचयदं संकलिदं दुजुदारिंग दुसयारिण दुरंत संसार विणासहेदु दुविहो हवेदि हेदू दुसहस्सजोमणाधिय दुसहस्समउउबद्ध २६८ ७३ २ १ २२२ १४० r n mmmm irrrrror morror o.mor.. १ ५ २ २३१ ४8 २६७ २६५ १५७ २२३ अम्मदयापरिचत्तो धम्माधम्मणिबद्धा धरणाणंदे अहियं धरणाणंदे अहियं धरणाण धरणिदे अहियाणि धाविहीणत्तादो १७२ १६५ १४६

Loading...

Page Navigation
1 ... 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434