Book Title: Tattvartha Part 01 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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जैनाचार्य - जैनधर्म दिवाकर - पूज्य श्री घासीलालजी महाराज विरचित दीपिका-नियुक्ति व्याख्या द्वयोपेतं हिन्दी गुर्जर भाषानुवादसहितम्
॥ तत्त्वार्थसूत्रम् ॥
प्रथमो भागः नियोजकः
संस्कृत प्राकृतज्ञ - जैनागमनिष्णात प्रियव्याख्यानि पण्डित मुनि श्री कन्हैयालालजी महाराज
प्रकाशकः
राजकोट निवासी स्व. दोश्युपाद मूलजी भ्रातुरात्मज प्रभुलालस्य धर्मपत्नी लाभुवहेन प्रदत्त द्रव्यसाहय्येन
प्रथमा आवृत्ति प्रति १०००
अ. भा. श्वे. स्था. जैन शास्त्रोद्धारसमिति प्रमुखः
श्रेष्टि श्री शान्तिलाल मङ्गलदास भाई महोदयः मु. राजकोट
वीर सम्वत्
२४९९
विक्रम संवत्
२०२९
मूल्य रु. ३५
इस्वी सन्
१९७३
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