Book Title: Sthanang Sutram Part 01
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 14
________________ अधर्म प्रतिमाके एकत्वका निरूपण धर्म प्रतिमाके एकत्वका निरूपण मनके एकत्वका निरूपण वचनके एकत्वका निरूपण फाय व्यायामके एकत्वका निरूपण कायव्यायामके भेदोंका निरूपण ज्ञानादिके एकत्वका निरूपण समय के एकत्वका निरूपण प्रदेश आदिके एकत्वका निरूपण सिद्धि आदिके एकत्वका निरूपण शब्द आदिके एकत्वका निरूपण प्राणातिपात आदिके एकत्वका निरूपण प्राणातिपात विरमण आदिके एकत्वका निरूपण अवसर्पिणी आदिके एकत्वका निरूपण नैरयिक आदिके वर्गणाका निरूपण जंबूद्वीपादिके एकत्यका निरूपण अनुत्तरोपपात आदि विमानवासी देवोंके शरीरके प्रमाणका निरूपण एकप्रदेशावगाढ पुद्गलोका निरूपण दूसरे स्थानका पहला उद्देशक जीव-अजीव आदिके द्वित्वका निरूपण क्रिया आदिके द्वित्वका निरूपण गह के द्वित्वका निरूपण भावगर्हामें प्रसन्नचन्द्रराजर्पिका द्रष्टान्त द्रव्यगर्हामें अङ्गारमर्दकाचार्यका द्रष्टांत पत्याख्यानकी द्विविधताका निरूपण द्रव्यप्रत्याख्यानमें राजपुत्रीका द्रष्टांत प्रत्याख्यान ज्ञानक्रिया पूर्वक करने पर मोक्ष साधक होने का निरूपण १०३-१०४ १०५१०६-१८ १०९-११० १११-११४ ११५-११६ ११६-१२२ १२२-१२३ १२४-१२५ १२६-१३० १३१-१३८ १३९-१४५ १४६-१४७ १४७-१५२ १५२-१९२ १९३-१९६ १९६-१९८ १९८-१९९ ४५ ४६ २००-२०८ २०९-२३० २३०-२३२ २३२-२४३ २४३-२४८ २४९-२५० २५१-२५३ २५३-२६६

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